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कनाडा में खालिस्तानियों का नया हंगामा, इंडियन एम्बेसी को 12 घंटे तक घेरने की दी धमकी, लगाया हाई कमिश्नर का टारगेट पोस्टर

भारत और कनाडा के रिश्ते पटरी पर लौटते ही खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) ने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है. संगठन ने वैंकूवर स्थित भारतीय दूतावास को 12 घंटे तक घेरने की धमकी दी है. यही नहीं, भारत के नए हाई कमिश्नर का चेहरा दिखाते हुए टारगेट पोस्टर भी जारी किया गया है.

कनाडा में खालिस्तानियों का नया हंगामा, इंडियन एम्बेसी को 12 घंटे तक घेरने की दी धमकी, लगाया हाई कमिश्नर का टारगेट पोस्टर
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हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 17 Sept 2025 9:11 AM IST

भारत और कनाडा के बीच हाल ही में फिर से कूटनीतिक रिश्ते सामान्य हुए हैं. लेकिन इसी बीच अमेरिका आधारित खालिस्तानी संगठन 'सिख्स फॉर जस्टिस' (SFJ) ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. संगठन ने एलान किया है कि वह इस गुरुवार वैंकूवर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास का 12 घंटे तक घेराव करेगा.

SFJ ने दावा किया है कि वह भारतीय कांसुलेट को टेकओवर करेगा और इंडो-कैनेडियंस से अपील की है कि जो लोग रोज़मर्रा के काम के लिए दूतावास जाने वाले हैं, वे अपनी तारीख बदल लें.

नए हाई कमिश्नर को बनाया निशाना

सिख्स फॉर जस्टिस ने एक पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें भारत के नए हाई कमिश्नर दिनेश पटनायक के चेहरे पर 'टारगेट' का निशान लगाया गया है. संगठन का आरोप है कि भारतीय दूतावास और कांसुलेट्स कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की जासूसी कर रहे हैं. उन्होंने अपने बयान में कहा कि '18 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संसद में बताया था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स की भूमिका की जांच हो रही है. दो साल गुजर गए, लेकिन आज भी भारतीय कांसुलेट्स खालिस्तान रेफरेंडम समर्थकों पर नज़र रख रहे हैं.'

निज्जर के बाद बढ़ी हलचल

संगठन ने दावा किया कि खतरा इतना बढ़ गया है कि रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) को इंडरजीत सिंह गोसल को 'विटनेस प्रोटेक्शन' देना पड़ा है. गोसल, हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद खालिस्तान रेफरेंडम कैंपेन का नेतृत्व कर रहे हैं. सिख्स फॉर जस्टिस का कहना है कि इस "सीज" के ज़रिए वे भारत से कनाडा में कथित जासूसी और डराने-धमकाने की गतिविधियों का हिसाब मांगेंगे.

चुप्पी साधे भारत, चिंता में कनाडा

भारत की विदेश मंत्रालय और वैंकूवर कांसुलेट की तरफ से इस मामले पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. लेकिन हाल ही में कनाडा सरकार ने एक आंतरिक रिपोर्ट में स्वीकार किया था कि उसके देश में खालिस्तानी आतंकी संगठनों की मौजूदगी है. ऐसे में भारत-कनाडा रिश्तों की बहाली के बीच सिख्स फॉर जस्टिस की यह धमकी दोनों देशों के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर सकती है.

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