कुर्रम का खूनी संघर्ष! 100 से अधिक लोगों की ले ली जान, पाकिस्तान में सांप्रदायिक हिंसा से UPDATE
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हिंसा बढ़ती जा रही है. मरने वाले लोगों की संख्या 130 तक पहुंच गई है साथ ही 186 लोग घायल हो गए हैं. जारी हिंसा के कारण सड़कें बंद हो गई हैं, संचार व्यवस्था ठप हो गई है और ज़रूरी चीज़ों की कमी हो गई है.

भारत में जब भी आतंकवाद से संबंधित घटनाएं घटती हैं. उसके सीधे तार पाकिस्तान से जोड़ दिए जाते हैं. लेकिन इस बार खुद पाकिस्तान आतंकवाद से परेशान नजर आ रहा है. दरअसल पिछले कुछ महिनों से पाक में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी है. इसी कड़ी में खैबर पख्तूनख्वा सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़ चुकी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पख्तूनख्वा में मरने वालों की संख्या अब 130 हो चुकी है. जानकारी के अनुसार रविवारको भी यहां हमला हुआ. जिसमें छह लोगों की मौत हुई और आठ लोग घायल बताए जा रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले 11 दिनों से कुर्रम जिले में लगातार झड़प की जानकारियां सामने आ चकी हैं. 22 नवंबर से शुरू हुई इस लड़ाई पर अभी भी कोई विराम नहीं लगता नजर आ रहा है.
22 नवंबर को शुरू हुई थी लड़ाई
दरअसल अलीजई और बागान जनजातियों के बीच ये लड़ाई 22 नवंबर से उस दौरान शुरू हुई जब पाराचिनार के पास यात्री वैन के काफिले पर हमला हुआ था. इस हमले में 47 लोगों की मौत हुई थी, और कई यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे. जानकारी के अनुसार इन यात्रियों में कईओं ने इलाज के दौरान दम तोड़ा था. इससे मृतकों की संख्या बढ़कर 57 हुई थी.
समझौते के बाद हुई हिंसा
वहीं इस बढ़ी हुई संख्या पर स्थानिय पुलिस का कहना है कि स्थिति अभी भी तनावपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि सुन्नी और शिया समूहों के बीच हाल ही में हुए युद्धविराम समझौते के बावजूद हिंसा जारी है. दरअसल कुर्रम के डिप्टी कमिश्नर जावेदुल्लाह महसूद ने कहा था कि एक समझौता हुआ है जिसके तहत इस तनाव पर विराम लगाने के लिए सहमति मिली है. इसमें कई लोगों की जान चली गई है.
नहीं मिल पा रहा जरूरी सामान
वहीं हालात इतने गंभीर बताए जा रहे हैं कि कई जरूरत का सामान मिल पाना भी मुश्किल होता जा रहा है. इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को बंद कर दिया गया है. आम जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है. लोगों में हमले का डर है.
अंधाधुंद फायरिंग डरा देने वाला मंजर
वहीं मौके पर मौजूद कई लोगों का कहना है कि आतंकियों ने मौके पर पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया था. इस दौरान किसी को भी वहां से अपनी जान बचाने तक का मौका नहीं मिला. जब तक कुछ समझ आता उतनी ही देर में मौके पर लाशों का ढेर लग चुका था.
लोगों से की गई अपील
खैबर के गवर्नर ने रविवार को कोहाट में एक सभा को संबोधित कते हुए इस ज्वाइंट ऑपरेशन में जनता की सहायता की अपील की है. साथ ही क्षेत्र को हथियार मुक्त बनाने के लिए जन सहयोग से सख्त कार्रवाई का आह्वान किया.
राष्ट्रपति ने जताया था दुख
वहीं इस आतंकी हमले पर कुर्रम के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने दुख जताते हुए कहा कि यात्रियों पर हमला करना बहुत ही कायरतापूर्ण और अमानवीय है. उन्होंने कहा कि यात्रियों पर हमला करने वालों को सजा जरूर मिलेगी. साथ ही घायलों को इलाज देने और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्कवाई के भी निर्देश दिए.
हिंसा के रुकने के नहीं कोई आसार
स्थानिय पुलिस ने कहा कि समझौते के बाद भी स्थिति काफी तनावपूर्ण है. मृतकों की संख्या 130 हो गई है. अधिकारियों ने इस हिंसा के कम न होने की ओर इशारा किया है.
किस आतंकवादी संगठन का हाथ?
अब तक इस हमले की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. जानकारी के अनुसार मृतकों में एक महिला और एक बच्चा भी शामिल है. हालांकि स्थिति को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
सुरक्षा बल और जवानों की हुई तैनाती
वहीं पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि कुर्रम के कई हिस्सों में पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि आज अन्य क्षेत्रों में भी संघर्ष विराम के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे. साथ ही कई मार्ग को खोलने की भी जानकारी दी गई.
PPP अध्यक्ष ने की निंदा
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि नागरिकों को निशाना बनाना क्रूर और कायरतापूर्ण है. हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में खड़ा करेंगे.कानून-व्यवस्था स्थापित करना सरकार की पहली जिम्मेदारी है.