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ED के रडार पर कनाडा के 200 से अधिक कॉलेज, अमेरिका में अवैध रूप से भारतियों को प्रवेश कराने का आरोप

अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने के प्रयास करने के दौरान गुजरात के एक परिवार की मौत हो गई थी. इस मामले पर ईडी ने जांच की और कई बड़े खुलासे किए है. ईडी को इंटरनेशनल सिंडिकेट के एक रैकट का पता चला है, जो भारतीय नागरिकों से लाखों रुपये वसूल कर उन्हें अमेरिका में अवैध तरीके से एंट्री देने का काम करता है.

ED के रडार पर कनाडा के 200 से अधिक कॉलेज, अमेरिका में अवैध रूप से भारतियों को प्रवेश कराने का आरोप
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( Image Source:  Canva )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 26 Dec 2024 10:08 AM IST

19 जनवरी 2022 आज से तीन साल पहले अवैध रूप से अमेरिक में प्रवेश करने की कोशिश करते समय एक गुजराती परिवार के चार लोगों की मौत हो गई थी. जानकारी के अनुसार अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान मैनिटोबा में यूएस-कनाडा सीमा पर ठंड से उनकी मौत हुई. तस्करों ने उन्हें 37 डिग्री सेल्सियस के बर्फीले तूफान में उन्हें बीच में छोड़ा था.

मृतकों में 39 साल के जगदीश पटेल उनकी पत्नी वैशाली पटेल और बैटा और बेटी शामिल थे. वहीं तीन साल के बाद इस मामले पर उन एंजेंट के खिलाफ ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के तहत जांच की. ईडी को जांच में इंटरनेशनल सिंडिकेट का पता चला है. वहीं इस कार्रवाई में कनाडा के कम से कम 200 से अधिक कॉलेज के शामिल होने की जानकारी सामने आई है. इन कॉलेजों ने छात्रों को अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने के लिए छात्र वीजा जारी किए थे.

एक व्यक्ति से वसूले लाखों रूपये

ईडी ने जांच में खुलासा करते हुए जानकारी दी कि अमेरिका में भारतीय नागरिकों को प्रवेश करवाने के लिए इस गैंग ने 50 से 60 लाख रुपये लिए. ईडी का कहना है कि ये रैकेट एक प्लान्ड तरीके से चलाया जा रहा था. पहले अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने के लिए कई कॉलेजों में एडमिशन दिलवाया और स्टूडेंट उन्हें स्टूडेंट विजा दिलवाया. हालांकि कनाडा पहुंचने के बाद उन छात्रों को कॉलेज में नहीं जाने दिया. उन्हें कॉलेज भेजने के बजाय कनाडा और अमेरिका सीमा को पार कराकर अवैध तरीके से अमेरिका में भेज दिया गया.

इन जगहों पर की छापेमारी

वहीं ईडी ने 10 और 19 दिसंबर को मुंबई, नागपुर, गांधीनगर और वडोदरा में आठ जगहों पर कई एजेंटों की तलाशी की. ईडी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन एजेंटों का कनेक्शन कनाडाई कॉलेज से था. जो भारतीय नागरिकों को अवैध तरीके से प्रवेश करवाने में शामिल थे. इसी कड़ी में ईडी ने बुधवार को कहा कि इस तलाशी के दौरान जानकारी सामने आई कि हर साल लगभग 35, 000 अवैध प्रवासियों को विदेश भेजा जाता है. जांच में इस बात की भी जानकारी सामने आई कि केवल गुजरात से लगभग 1,700 एजेंट इस आरोप के भागीदार हैं, और पूरे भारत मेें लगभग 3,000 एजेंट इस रैकेट का हिस्सा थे. ईडी का अनुमान है कि कई एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई के बावजूद 800 से अधिक एजेंट अभी भी एक्टिव हैं.

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