पाक के लिए ये मंत्री है ना-पाक, जब कुर्सी मिली तब-तब भारत ने पाकिस्तान पर एयर और सर्जिकल स्ट्राइक कर दिखाई ताकत
पाक का एक ऐसा मंत्री जो इस देश के लिए ना-पाक है! यह बात हम अपने मन से नहीं कह रहे हैं बल्कि पाकिस्तान में एक ऐसा चेहरा है, जिसके पद पर रहने से भारत अपने पड़ोसी मुल्क पर एयर और सर्जिकल स्ट्राइक कर दिखाता है कि वह किसी से डर के नहीं रहने वाला है.

पाकिस्तान की राजनीति के कुछ चेहरे सत्ता में आते ही भारतीय सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी बन जाते हैं. जब भी इन शख्सियतों ने पाकिस्तानी राजनीति में ऊंचा पद लिया है, तब-तब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की है. यह सिर्फ एक संयोग नहीं था, बल्कि एक खास समीकरण का हिस्सा था, जो हर बार एक विशेष नाम से जुड़ा था. यह नाम और कोई नहीं बल्कि अपने बयानों के लिए मशहूर ख्वाजा आसिफ हैं.
बात करें पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय की या फिर किसी अन्य अहम पद की, जब-जब ख्वाजा आसिफ की राजनीति में उपस्थिति बढ़ी, भारत ने सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी ताकत दिखाई है. यह कोई सामान्य राजनीतिक विवाद नहीं था, बल्कि उस समय के शक्ति समीकरणों का परिणाम था, जब भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम उठाए.
उरी आतंकी हमला
ख्वाजा आसिफ ने 2013 से 2017 तक पाकिस्तान सरकार में रक्षा मंत्रालय की कमान संभाली. उनके कार्यकाल में एक दिन आया, जिसने भारतीय सेना की ताकत और पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति को पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दिया. सितंबर 2016 में उरी आतंकी हमले के बाद जब पाकिस्तान के आतंकवादियों ने भारतीय सेना पर कायराना हमला किया, तो भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक करने का फैसला लिया.
भारत का सर्जिकल स्ट्राइक
भारतीय सेना ने रातोंरात एलओसी पार किया और पाकिस्तानी आतंकी लॉन्चपैड्स पर हमला कर दिया. भारतीय सेना ने दर्जनों आतंकियों को ढेर कर दिया. यह पहली बार था जब भारत ने क्रॉस-बॉर्डर कार्रवाई को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया और दुनिया के सामने यह साबित किया कि वह पाकिस्तान से आने वाली किसी भी आतंकवादी चुनौती का सख्ती से जवाब देने को तैयार है. इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद ख्वाजा घबराए हुए और खौफ में दिखे.
पेट्रोलियम मंत्री रहते हुए भी आतंक
ख्वाजा आसिफ का नाम केवल 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक से ही नहीं जुड़ा, बल्कि इससे पहले भी जब वह पाकिस्तान के विभिन्न अहम मंत्रालयों में कार्यरत थे. भारत ने पाकिस्तानी हमलों का जवाब देने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी. जब ख्वाजा आसिफ 2008 में पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री बने थे, उस समय भी भारत ने पाकिस्तान की हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया.
पुंछ सेक्टर के पास गोलीबारी
जनवरी 2009 की एक ठंडी सुबह भारतीय सेना को खबर मिली कि पाकिस्तान ने पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास स्थित 'भट्टल पोस्ट' पर गोलीबारी शुरू कर दी थी. यह हमला पाकिस्तान की तरफ से एक और साजिश का हिस्सा था, लेकिन भारतीय सेना ने उसे तुरंत जवाब दिया. भारतीय सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की गोलियों का सामना किया और इस ऑपरेशन में चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए.