Begin typing your search...

2 करोड़ साल पुराना है KISS का इतिहास? नई स्टडी ने खोले कई राज, जानें बंदरों से इंसानों तक कैसे पहुंची यह आदत

एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि Kiss यानी चुंबन का इतिहास 16–21 मिलियन वर्ष पुराना है और यह व्यवहार इंसानों का आविष्कार नहीं, बल्कि प्राइमेट्स में पहले से मौजूद था. शोधकर्ताओं ने बंदरों और एप्स के 10,000 वंश-वृक्षों का विश्लेषण कर पाया कि KIss सामाजिक बंधन, भावनात्मक जुड़ाव और प्रजनन रणनीतियों का हिस्सा था. निएंडरथल और मनुष्यों के साझा ओरल माइक्रोब्स भी दर्शाते हैं कि वे चुंबन करते थे. वैज्ञानिक मानते हैं कि यह अध्ययन किस के विकास पर भविष्य में और शोध का आधार बनेगा.

2 करोड़ साल पुराना है KISS का इतिहास? नई स्टडी  ने खोले कई राज, जानें बंदरों से इंसानों तक कैसे पहुंची यह आदत
X
( Image Source:  Sora_ AI )

History of Kiss: मानव सभ्यता में किस यानी चुंबन को प्यार, अपनापन और भावनाओं की अभिव्यक्ति के रूप में देखा जाता है, लेकिन वैज्ञानिकों के लिए यह लंबे समय से एक रहस्य रहा है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अब एक नई स्टडी में दावा किया है कि Kiss की शुरुआत न सिर्फ मानव इतिहास से पहले हुई, बल्कि यह व्यवहार इंसानों का आविष्कार भी नहीं था. यह हमसे पहले भी जीवों में मौजूद था.

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने प्राइमेट्स (वानर प्रजातियों) में Kiss के विकास का गहन विश्लेषण किया है. उनके मुताबिक, Kiss इंसानों से बहुत पहले का व्यवहार है, जिसकी जड़ें 1.6 करोड़ से 2.1 करोड़ वर्ष पहले तक जाती हैं.

Kiss का विज्ञान: आखिर इसका फायदा क्या है?

शोधकर्ताओं का कहना है कि Kiss एक इवोल्यूशनरी पहेली जैसा है. यह सीधे तौर पर न तो जीवित रहने में मदद करता है और न ही प्रजनन सुनिश्चित करता है. उल्टा, बीमारियां फैलने का खतरा इससे बढ़ सकता है. ऐसे में सवाल उठता है- आखिर इस व्यवहार का फायदा क्या था? विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका मुख्य लाभ भावनात्मक बंधन, सामाजिक सामंजस्य और कुछ प्रजातियों में यौन चयन बढ़ाने से जुड़ा हो सकता है.

वैज्ञानिकों ने Kiss को कैसे परिभाषित किया?

शोधकर्ताओं ने सबसे पहले Kiss को 'रोमांटिक' दृष्टिकोण से अलग करके परिभाषित किया. इसमें आक्रामक व्यवहार, मुंह से भोजन खिलाना या लड़ाई जैसी गतिविधियों को शामिल नहीं किया गया. उन्होंने Kiss को परिभाषित करते हुए कहा, “एक ऐसा गैर-आक्रामक व्यवहार जिसमें दो जीव एक-दूसरे के मुंह से संपर्क करते हैं और होंठों/मुखभाग की हलचल होती है, पर भोजन का लेन-देन नहीं होता.” इस परिभाषा के आधार पर, चींटियों, पक्षियों और पॉलार बियर जैसी विविध प्रजातियों में भी Kiss जैसे व्यवहार दिखते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा उदाहरण प्राइमेट्स में मिलते हैं.

प्राइमेट्स में Kiss का विकास, 10000 वंश-वृक्षों का विश्लेषण

शोधकर्ताओं ने वैज्ञानिक रिपोर्ट, वाइल्डलाइफ डॉक्यूमेंटेशन और ऑनलाइन वीडियो डेटा के आधार पर बंदरों और एप्स में Kiss की घटनाएं जुटाईं. इसके बाद इन्होंने Bayesian phylogenetic modelling का उपयोग किया- एक सांख्यिकीय तकनीक जिससे विकास क्रम (evolution) और समय-सीमा का पता लगाया जाता है.

अध्ययन में मिली सबसे चौंकाने वाली बातें

  • Kiss का व्यवहार 16–21 मिलियन वर्ष पहले विकसित हुआ
  • यह व्यवहार अधिकांश ग्रेट एप्स- चिंपैंजी, ओरंगुटान और मनुष्यों, में पाया जाता है
  • कुछ प्रजातियों में इसका उपयोग यौन आकर्षण और प्रजनन बढ़ाने में होता है
  • कुछ में यह भावनात्मक जुड़ाव और सामाजिक बंधन को मजबूत करने का साधन है
  • पूर्वी गोरिल्लाओं में अभी तक इस तरह का व्यवहार डॉक्यूमेंट नहीं किया गया है

क्या निएंडरथल भी Kiss करते थे?

शोध में दावा किया गया है कि निएंडरथल, जो लगभग 40,000 वर्ष पहले यूरोप और एशिया में रहते थे, भी Kiss करते थे. प्राचीन DNA के विश्लेषण से पता चला कि निएंडरथल और आधुनिक मनुष्य एक ही तरह के मुंह के बैक्टीरिया साझा करते थे- यह केवल Kiss करके ही संभव है.

स्टडी अभी शुरुआती चरण में, लेकिन संकेत बेहद मजबूत

वैज्ञानिकों ने स्वीकार किया कि डेटा सीमित है और भविष्य में और अध्ययन की आवश्यकता है, लेकिन यह शोध Kiss की उत्पत्ति पर होने वाले वैज्ञानिक अध्ययनों की दिशा तय करने वाला पहला व्यापक प्रयास है. अभी के लिए इतना स्पष्ट है कि मनुष्यों के प्रेम गीत लिखने और रोमांटिक कविताएं रचने से बहुत पहले, हमारे पूर्वज सामाजिक और भावनात्मक रिश्तों को एक मीठे, सरल किस के ज़रिये मजबूत करते थे.

वर्ल्‍ड न्‍यूज
अगला लेख