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'जो वादा किया वो निभाया...' ट्रंप ने एलन मस्क को दिया क्रू-9 अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी का क्रेडिट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की प्रायोरिटी पर नासा क्रू-9 के अंतरिक्ष यात्रियों की सेफ वापसी हुई. सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर और अलेक्जेंडर गोरबुनोव स्पेस में 9 महीने फंसे थे. एलन मस्क और स्पेसएक्स की मदद से वे अमेरिका की खाड़ी में सफलतापूर्वक लैंड हुए. इस मिशन में साइंटिफिक रिसर्च, स्पेसवॉक और टेक्नोलॉजी टेस्टिंग शामिल थी.

जो वादा किया वो निभाया... ट्रंप ने एलन मस्क को दिया क्रू-9 अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी का क्रेडिट
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 30 March 2025 1:29 PM IST

व्हाइट हाउस ने मंगलवार को बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नासा क्रू-9 के फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को सबसे ज़्यादा अहमियत दी. इस मिशन में सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर और रूसी एस्ट्रोनॉट अलेक्जेंडर गोरबुनोव शामिल थे. व्हाइट हाउस के मुताबिक, सभी अंतरिक्ष यात्री सेफ्ली अमेरिका की खाड़ी में लौट आए और उनकी सक्सेसफुल वापसी के लिए एलन मस्क को क्रेडिट दिया गया.

एलन मस्क ने नासा और स्पेसएक्स की टीम को इस सक्सेस के लिए बधाई दी और ट्रम्प को इस मिशन को प्रायोरिटी देने के लिए थैंक्स कहा. स्पेसएक्स और नासा की टीम ने ड्रैगन कैप्सूल की हेल्प से इन एस्ट्रोनॉट्स की सेफ लैंडिंग कराई. क्रू-9 के अंतरिक्ष यात्रियों ने 9 महीने स्पेस में बिताए, जहां उन्होंने कई इंपोर्टेंट साइंटिफिक रिसर्च और टेक्नोलॉजी टेस्ट किए.

एस्ट्रोनॉट्स को सेफ्ली कराया रिटर्न

इस मिशन के दौरान कई प्रॉब्लम आईं. पहले से प्लान था कि कुछ एस्ट्रोनॉट्स जल्दी लौटेंगे, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर यान में टेक्निकल प्रॉब्लम्स आ गईं, जिससे मिशन में देरी हो गई. इसी वजह से सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को स्पेस में 9 महीने एक्स्ट्रा रहना पड़ा. नासा और स्पेसएक्स ने इस चैलेंज को फेस किया और एक नया मिशन प्लान तैयार कर आखिरकार सभी एस्ट्रोनॉट्स को सेफ्ली रिटर्न कराया.

परिवार से मिले विलियम्स-विल्मोर

वापस आने के बाद, सभी एस्ट्रोनॉट्स ह्यूस्टन में नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर पहुंचे, जहां वे अपने फैमिली से मिले. नासा की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जेनेट पेट्रो ने इसे एक हिस्टोरिक मिशन बताया. उन्होंने कहा कि ट्रम्प के ऑर्डर के बाद नासा और स्पेसएक्स ने जल्दी-जल्दी तैयारियां कीं ताकि क्रू-9 को सेफ और फास्ट रिटर्न कराया जा सके.

150 से ज़्यादा किए साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट

इस मिशन के दौरान, एस्ट्रोनॉट्स ने 150 से ज़्यादा साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट किए, जिसमें प्लांट ग्रोथ, स्टेम सेल रिसर्च और माइक्रोब्स के सर्वाइवल पर स्टडी शामिल थी. सुनीता विलियम्स ने दो स्पेसवॉक भी किए, जिससे वह सबसे ज्यादा स्पेसवॉक करने वाली महिला एस्ट्रोनॉट बन गईं. उन्होंने अब तक 62 घंटे और 6 मिनट स्पेस में वॉक की है, जिससे वह इस लिस्ट में चौथे नंबर पर आ गई हैं.

मून और मार्स पर जाने के लिए है स्टेप

नासा के मुताबिक, कमर्शियल क्रू प्रोग्राम का मकसद अंतरिक्ष स्टेशन और पृथ्वी की लोअर ऑर्बिट तक सेफ और इकॉनोमिकल ट्रांसपोर्ट प्रोवाइड करना है. यह मिशन फ्यूचर में मून और मार्स पर जाने के लिए एक बड़ा स्टेप माना जा रहा है. स्पेसएक्स का ड्रैगन यान, जिसने पहले भी कई मिशन में हेल्प की थी, इस मिशन के लिए बहुत इंपोर्टेंट साबित हुआ. इस सक्सेसफुल रिटर्न से फ्यूचर स्पेस मिशन के नए रास्ते खुल गए हैं.

वर्ल्‍ड न्‍यूजएलन मस्क
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