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घर पहुंचीं सुनीता विलियम्स, विजयी मुस्कान के साथ धरती पर की सफल लैंडिंग

नौ महीने तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रहने के बाद, सुनीता विलियम्स और उनके साथी स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन के तहत सफलतापूर्वक धरती पर लौट आए. स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान ने फ्लोरिडा के तल्हासी में स्प्लैशडाउन किया. तकनीकी समस्याओं के कारण मिशन लंबा हुआ, लेकिन उन्होंने महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लिया.

घर पहुंचीं सुनीता विलियम्स, विजयी मुस्कान के साथ धरती पर की सफल लैंडिंग
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 19 March 2025 6:26 AM IST

नौ महीने तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे रहने के बाद, सुनीता विलियम्स आखिरकार मुस्कुराते हुए धरती पर लौट आई हैं. नासा के स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन के तहत, अंतरिक्ष यात्री निक हेग, बुच विल्मोर, सुनीता विलियम्स और रोस्कोस्मोस के अलेक्जेंडर गोरबुनोव ने सफलतापूर्वक वापसी की. स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान के स्प्लैशडाउन के बाद वे फ्लोरिडा के तल्हासी में सुरक्षित उतरे.

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरिक्ष में केवल कुछ दिनों के लिए जाना था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण वे नौ महीने तक आईएसएस पर रुकने को मजबूर हो गए. इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लिया और स्टेशन के सुचारू संचालन में योगदान दिया. उनकी सुरक्षित वापसी अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.

सुनीता विलियम्स ने किए दो स्पेसवॉक

नासा के अनुसार, क्रू-9 मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने विज्ञान, रखरखाव और प्रौद्योगिकी परीक्षणों में महत्वपूर्ण योगदान दिया. सुनीता विलियम्स ने दो स्पेसवॉक किए, जिनमें से एक में बुच विल्मोर और दूसरे में निक हेग उनके साथ थे. इन स्पेसवॉकों के दौरान, उन्होंने स्टेशन के ट्रस से रेडियो फ्रीक्वेंसी ग्रुप एंटीना असेंबली को हटाया, बाहरी सतह से नमूने एकत्र किए और एक्स-रे टेलीस्कोप के क्षतिग्रस्त क्षेत्रों को पैच लगाकर ठीक किया.

बनाया रिकॉर्ड

सुनीता विलियम्स ने अब एक महिला अंतरिक्ष यात्री द्वारा सबसे अधिक समय तक स्पेसवॉक करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. उन्होंने कुल 62 घंटे और 6 मिनट तक स्टेशन के बाहर काम किया, जिससे वे अब तक की सबसे लंबी स्पेसवॉक अवधि सूची में चौथे स्थान पर पहुंच गई है. उनके इस मिशन ने न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान में योगदान दिया, बल्कि भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी महत्वपूर्ण डेटा प्रदान किया.

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