क्या ट्रंप की अक्ल आ गई ठिकाने? Tariffs पर लिया यू-टर्न, इन उत्पादों में दी टैक्स की छूट
Donald Trump U-Turn: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने टैरिफ पॉलिसी में बड़ा बदलाव करते हुए कई उत्पादों पर आयात शुल्क घटाने का फैसला लिया है. इस कदम से अमेरिकी उपभोक्ताओं और कारोबारी जगत को राहत मिलने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि यह फैसला चुनावी रणनीति और घरेलू दबाव को ध्यान में रखकर लिया गया है.

Donald Trump Tax Breaks: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 6 सितंबर 2025 को दुनिया भर के देशों पर लगाए गए टैरिफ में कुछ बदलाव किया है. इस फैसले को टैरिफ नीति पर उनका यू-टर्न माना जा रहा है. अभी तक वह कह रहे थे, टैरिफ कम नहीं करेंगे, लेकिन शनिवार को कुछ सामानों को रेसिप्रोकल टैरिफ से बाहर कर उन्होंने सबको चौंका दिया.
उन्होंने कुछ सामानों को रेसिप्रोकल टैरिफ से बाहर कर दिया है. साफ है कि अब कुछ चुनिंदा प्रोडक्ट्स पर ही ट्रंप का रेसिप्रोकल टैरिफ प्रभावी रहेगा. अमेरिकी व्हाइट हाउस ने 2 अप्रैल 2025 को लागू किए गए अपने रेसिप्रोकल टैरिफ में चेंज करते हुए कुछ वस्तुओं जिनमें सर्राफा से संबंधित वस्तुएं और कुछ महत्वपूर्ण खनिज एवं दवा उत्पाद शामिल हैं को टैरिफ से बाहर कर दिया है.
कारोबार और उपभोक्ता को बड़ी राहत
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन और अन्य देशों से आने वाले कुछ उत्पादों पर टैक्स कम कर कारोबार जगत और उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है. माना जा रहा है कि यह फैसला चुनावी रणनीति और घरेलू दबाव को ध्यान में रखकर लिया गया है.
4 तरह के उत्पादों पर छूट का एलान
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर दुनिया के देशों में जारी आसंतोष के बीच चार तरह के श्रेणी में आने वाले उत्पादों पर छुट का एलान किया है. इन श्रेणियों में:
- विमान और विमान के पुर्जे.
- जेनेरिक दवाइयां और उनके जुड़े अन्य उत्पाद.
- अनुपलब्ध प्राकृतिक संसाधन और निकट संबंधी व्युत्पन्न उत्पाद.
- कृषि उत्पाद जो घरेलू मांग को पूरा करने के लिए अमेरिका में पर्याप्त मात्रा में उगाए या उत्पादित नहीं किए जाते हैं.
साझेदारों को करना होगा कॉन्ट्रैक्ट साइन
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पारस्परिक शुल्कों का लाभ प्राप्त करने के लिए व्यापारिक साझेदारों को अमेरिका के साथ एक समझौता करना होगा. व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है, "राष्ट्रपति, PTAAP अनुबंध में शामिल किन उत्पादों पर शुल्क में कमी की जा सकती है, यह निर्धारित करते समय अन्य बातों के अलावा अमेरिकी व्यापार संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए व्यापारिक साझेदार की प्रतिबद्धताओं की सीमा का मूल्यांकन करेंगे. उसी आधार पर टैरिफ कम करने का फैसला लेंगे."
किस पर कितना है टैरिफ?
ट्रंप प्रशासन ने चीन पर 20 प्रतिशत टैरिफ, मेक्सिको पर 25 प्रतिशत, कनाडा पर 35 प्रतिशत, ब्राजील पर 40 प्रतिशत और भारत पर 25 प्रतिशत प्लस 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ यानी 50 प्रतिशत टैरिफ लगा रखा है.
भारत पर ज्यादा टैक्स लगाने का दिया ये तर्क
ट्रंप ने भारत के साथ अमेरिका के व्यापारिक संबंधों को 'एकतरफा आपदा' बताया था. ट्रुथ पर एक पोस्ट में ट्रंप ने कहा, "बहुत कम लोग यह समझते हैं कि हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं, लेकिन वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं. दूसरे शब्दों में वे हमें भारी मात्रा में सामान बेचते हैं, जो उनका सबसे बड़ा ग्राहक है, लेकिन हम उनको बहुत कम बेचते हैं. अब तक यह पूरी तरह से एकतरफर रिश्ता रहा है. यह कई दशकों से चला आ रहा है."
ट्रंप ने आगे कहा, "भारत अपना ज्यादातर तेल और सैन्य उत्पाद रूस से खरीदता है, अमेरिका से बहुत कम. उन्होंने अब टैरिफ को पूरी तरह से कम करने की पेशकश की है, लेकिन अब देर हो रही है. उन्हें ऐसा सालों पहले कर देना चाहिए था."