कनाडा में भारतीय छात्रों के लिए आफत लेकर आएगा नया साल? SDS प्रोग्राम खत्म करने का फैसला, अब आगे क्या?
भारत-कनाडा तनाव के बीच कनाडा सरकार ने SDS स्कीम को खत्म करने का फैसला हालही में लिया था. इस स्कीम के खत्म करने के बाद भारत समेत अन्य देशों के छात्रों के भविष्य खतरे में आ जाने वाला है. वहीं इस पर भारत सरकार ने लोकसभा में कहा कि कनाडा का ये फैसला भारत के लिए सकारात्मक साबित होने वाला है.

कनाडा ने हाल ही में अन्य देशों से कनाडा पढ़ने गए छात्रों के लिए फास्ट ट्रैक स्टडी वीजा प्रोग्राम यानी स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) विजा को खत्म कर दिया है. इससे भारत समेत कई देशों से कनाडा पढ़ने गए छात्रों पर फर्क पढ़ने वाला है. दरअसल इस स्कीम के तहत छात्रों को कम समय में वीजा मिल जाता था. अब इस मामले में भारत सरकार की प्रतिक्रिया आई है.
भारत सरकार का कहना है कि इसका असर भारतीय छात्रों के लिए पॉजिटीव रहने वाला है. खासकर उन छात्रों के लिए जो इस योजना के तहत अधिक मंहगे मानकों को पूरा नहीं कर पा रहे थे.
SDS प्रोग्राम क्या है?
इस योजना को कनाडा में साल 2018 में शुरु किया गया था. इसे शुरू करने के पीछे का मकसद भारत समेत अन्य देशों से पढ़ाई करने आने वाले छात्रों को स्टडी परमिट की प्रक्रिया में तेजी लाकर उनकी मदद करना था. इस स्कीम के तहत स्टूडेंट्स को एक साल की ट्यूशन फीस और स्पेसेफिक लैंग्वेज के लेवल को पूरा करना जरूरी था. हालांकि अब इस योजना को कनाडा सरकार ने बंद करने का फैसला लिया है. इसका सीधा कारण भारत- कनाडा के खराब रिश्तों से जोड़ते हुए देखा जा रहा है.
SDS बंद क्या है ऑप्शन?
क्योंकी इस स्कीम को सरकार की ओर से बंद कर दिया गया है, इस पर विदेश मंत्री कीर्ति वर्धन ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके बंद होने के बाद अब विदेश से पढ़ने आने वाले छात्रों को रेगुलर स्टडी परमिट के लिए आवेदन करना होगा. इस स्टडी परमिट के तहत स्टूडेंट्स को पूरे एक साल की ट्यूशन फीस का भुगतान नहीं करना होगा. केवल 6 महीने के खर्च का ही प्रूफ देना होगा साथ ही ये दिखाना होगा कि उनके पास रहने और पढ़ाई के खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन है.
कनाडा में कितने भारतीय छात्र?
वहीं कनाडा में भारत से पढ़ने जाने वाले की संख्या कई अधिक है. इस समय लगभग साढ़े चार लाख भारतीय छात्र कनाडा के कई कॉलेजों और विश्वविद्यालों में पढ़ाई करने के लिए जा रहे हैं. सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि कनाडा में भारतीय छात्रों के सामने आने वाली समस्याओं पर नियमित रूप से चर्चा की जाती है, इन समस्याओं को कनाडाई अधिकारियों के सामने उठाया जाता है. भारत सरकार कनाडा में शिक्षा प्राप्त करने वाले भारतीय छात्रों के कल्याण पर विशेष ध्यान देती है.