पाकिस्तानी राजदूत और वो 23 साल की लड़की... क्यों जींस-टी शर्ट में कॉक्स बाजार से भागे सैयद अहमद मारूफ?
बांग्लादेश में पाकिस्तान के राजदूत सैयद अहमद मारूफ की अचानक वापसी ने कूटनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. एक महिला अधिकारी संग संबंध और सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों के बाद उन्हें बांग्लादेश छोड़ना पड़ा. लेकिन मामला केवल व्यक्तिगत नहीं, उनके कट्टरपंथी संगठनों से संपर्क और संभावित जासूसी एंगल के कारण भी गंभीर जांच का विषय बन गया है.

बांग्लादेश में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सैयद अहमद मारूफ की अचानक वापसी ने एक कूटनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. 11 मई को वे छुट्टी पर इस्लामाबाद लौट गए, लेकिन यह ‘छुट्टी’ अब एक बड़े विवाद की शक्ल ले चुकी है. बांग्लादेशी मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर दावा किया जा रहा है कि मारूफ का नाम बांग्लादेश बैंक की 23 वर्षीय अधिकारी हाफिजा हक शाह के साथ एक आपत्तिजनक रिश्ते में जुड़ा हुआ है. कुछ तस्वीरें और वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिसने पूरे घटनाक्रम को और उलझा दिया है.
हालांकि यह दावा करना जल्दबाज़ी होगी कि सारा मामला केवल नैतिक पतन से जुड़ा है. नॉर्थईस्ट न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, मारूफ की बांग्लादेश में कुछ कट्टरपंथी संगठनों से नजदीकियां भी चर्चा का विषय रही हैं. बताया जा रहा है कि वे 9-10 मई को कॉक्स बाजार में थे, जहां उन्होंने जमात-ए-इस्लामी और रोहिंग्या विद्रोही संगठन एआरएसए के कुछ प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी. यह वही समय था जब सोशल मीडिया पर उनका 'हनी ट्रैप' कांड तेजी से फैलने लगा और अचानक उन्हें देश छोड़ने को मजबूर होना पड़ा.
टीशर्ट और जींस में ही भाग गए
सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि राजनयिक प्रोटोकॉल को नजरअंदाज करते हुए मारूफ ने न तो प्रेस को कोई बयान दिया और न ही बांग्लादेश सरकार के साथ कोई आधिकारिक संवाद किया. सूत्रों का कहना है कि वे इतनी जल्दबाज़ी में थे कि कॉक्स बाजार से टीशर्ट और जींस में ही इस्लामाबाद के लिए निकल गए. उनके इस तरह 'गायब' होने ने केवल व्यक्तिगत नैतिकता ही नहीं, बल्कि राजनयिक जिम्मेदारियों पर भी सवाल उठा दिए हैं.
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इस घटना के बाद उनके लापता होने की चर्चा सोशल मीडिया पर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि बांग्लादेश छोड़ने के बाद वो किसी दूसरे देश भाग गए हैं.
जांच के घेरे में मारूफ
बांग्लादेश की खुफिया एजेंसियां अब इस पूरे मामले को सिर्फ एक व्यक्तिगत विवाद नहीं मान रही है. जानकारों का कहना है कि इस कथित हनी ट्रैप कांड के पीछे बड़े रणनीतिक एंगल हो सकते हैं. मसलन, पाकिस्तान की बांग्लादेश में बढ़ती गुप्त गतिविधियां, कट्टरपंथी नेटवर्क से संपर्क और संवेदनशील संस्थानों तक पहुंचने की कोशिश. हाफिजा हक शाह के साथ संबंध, चाहे स्वेच्छिक हो या योजनाबद्ध, अब सुरक्षा के नजरिए से जांच के घेरे में है.
'हनी ट्रैप' के पीछे होगी बड़ी कहानी
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि मामला केवल एक राजनयिक के नैतिक पतन तक सीमित नहीं है. यह बांग्लादेश में पाकिस्तान की संदिग्ध गतिविधियों की परतें खोलता नजर आता है. राजदूत मारूफ की अचानक वापसी और सार्वजनिक जवाबदेही से बचना संकेत देता है कि इस 'हनी ट्रैप' के पीछे एक बड़ी रणनीतिक कहानी छिपी हो सकती है, जिसका खुलासा अभी बाकी है.