प्रेमानंद जी महाराज, जिनका जन्म 30 मार्च 1969 को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के सर्सौल गांव में हुआ था, भारतीय संत और श्रीकृष्ण भक्त हैं. इनका असली नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे था. 13 वर्ष की आयु में ही इन्होंने सांसारिक जीवन त्यागकर संन्यास लेने का निर्णय लिया और वृंदावन में साधना आरंभ की. वर्तमान में वे वृंदावन के केलिकुंज आश्रम में निवास करते हैं और वहां से भक्ति, सत्संग और प्रवचन के माध्यम से लाखों भक्तों को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं. उनकी शिक्षाएं सरलता, सत्य और भक्ति पर आधारित हैं. हाल ही में उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण उनकी पदयात्रा कुछ समय के लिए रुकी थी, लेकिन अब वे पुनः सक्रिय हो गए हैं. उनकी भक्ति और समर्पण ने उन्हें भक्तों के बीच एक आदर्श बना दिया है.