Begin typing your search...

प्रेमानंद महाराज की सेहत के लिए मांगी जा रही दुआ, मुस्लिम युवाओं ने दरगाह साबिर पाक में चढ़ाई चादर

वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की स्वास्थ्य स्थिति के लिए भक्त लगातार प्रार्थना कर रहे हैं. हाल ही में मुस्लिम युवाओं ने कलियर की दरगाह साबिर पाक में उनके चित्र के साथ चादर और फूल अर्पित कर महाराज के शीघ्र स्वस्थ होने और लंबी आयु की दुआ की. पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से पीड़ित महाराज की देखभाल के लिए समाज के सभी वर्गों के लोग एकजुट होकर शुभकामनाएं दे रहे हैं. इस प्रकार, धार्मिक सद्भाव और मानवता का संदेश पूरे देश में फैल रहा है.

प्रेमानंद महाराज की सेहत के लिए मांगी जा रही दुआ, मुस्लिम युवाओं ने दरगाह साबिर पाक में चढ़ाई चादर
X
( Image Source:  Instagram/premanandjimaharaj108v )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 19 Oct 2025 3:08 PM

वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की सेहत के प्रति चिंता लगातार बढ़ रही है. देशभर में उनके भक्त और अनुयायी मंदिरों में उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं. महाराज की बीमारी को देखते हुए, भक्त उनकी लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए लगातार प्रार्थना कर रहे हैं.

दिलचस्प पहलू यह है कि सिर्फ हिंदू भक्त ही नहीं, बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी इस नेक काम में शामिल हुए. कलियर में दरगाह साबिर पाक में मुस्लिम युवाओं ने प्रेमानंद महाराज की तस्वीर उठाकर चादर और फूल अर्पित किए. उनका उद्देश्य था महाराज के जल्द स्वस्थ होने और लंबी उम्र की दुआ करना.

मशहूर सिंगर्स ने भी लिया भाग

इस दौरान सिंगर राजा तुर्क, शफीक साबरी और इस्तेखार साबरी जैसे लोग भी मौजूद रहे. उन्होंने भी श्रद्धा के साथ चादर और फूल चढ़ाए और महाराज के स्वास्थ्य लाभ की कामना की. यह देखभाल और समर्थन भले ही धर्म या समुदाय से परे था, लेकिन मानवता और सद्भावना की मिसाल पेश करता है.

गंभीर स्वास्थ्य स्थिति

प्रेमानंद महाराज पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से पीड़ित हैं, जिसके कारण उन्हें नियमित डायलिसिस की आवश्यकता पड़ती है. 2006 में पेट दर्द के बाद यह बीमारी सामने आई थी. हाल ही में उनकी स्वास्थ्य स्थिति में गिरावट देखी गई थी, जिससे उनकी तीर्थयात्राएं भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करनी पड़ीं.

भक्तों की चिंता और आशा

भक्तों का कहना है कि महाराज की स्थिति देखकर वे अत्यधिक चिंतित हैं. कई भक्त हर दिन मंदिर और अपने घरों में उनकी लंबी उम्र और स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. इस नेक पहल से न केवल समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैली है, बल्कि धार्मिक सद्भाव का संदेश भी गया है.

सुधार की उम्मीद

स्वास्थ्य संबंधी देखभाल और भक्तों की प्रार्थनाओं के असर से महाराज अब वृंदावन में धीरे-धीरे अपनी दिनचर्या शुरू कर रहे हैं. चिकित्सक और अनुयायी दोनों ही उनके स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद जताते हैं. यह घटनाक्रम साबित करता है कि धार्मिक और सांस्कृतिक अलगाव के बावजूद मानवता और सहयोग की भावना हमेशा प्रबल रहती है.

प्रेमानंद महाराज
अगला लेख