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उत्तराखंड ग्‍लेशियर हादसे में चार मजदूरों की गई जान, 5 की तलाश अब भी जारी; 48 को बचाया गया

उत्तराखंड में हुए हिम्सखलन में 57 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी सामने आई थी. जानकारी के अनुसार अब तक 50 को रेस्क्यू कर लिया गया है. इनमें 4 मजदूरों की मौत हो चुकी है. जानकारी के अनुसार राहत बचाव टीम अन्य मजदूरों को रेस्क्यू करने में जुटी हुई है. वहीं कई मजदूरों का सेना के अस्पताल में फिलहाल इलाज जारी है.

उत्तराखंड ग्‍लेशियर हादसे में चार मजदूरों की गई जान, 5 की तलाश अब भी जारी; 48 को बचाया गया
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( Image Source:  Social Media: X )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 1 March 2025 3:06 PM IST

उत्तराखंड के चमौली में हिमस्खलन हुआ. इस दौरान 57 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी सामने आ चुकी है. सेना और राहत बचाव टीम की ओर से मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है. जानकारी के अनुसार अब तक 50 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. इनमें चार मजदूरों की मौत हो गई है. जबकी चार को ढूंढने के लिए रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है.

अभी भी जारी रेस्क्यू अभियान

आपको बता दें कि हिम्सखलन प्रभावित इलाके से रेस्क्यू करने के लिए कई टीमें काम कर रही है. हवाई सेना की भी इसमें मदद ली जा रही है.हेलीकॉप्टरों में भारतीय सेना विमानन के 3 चीता हेलीकॉप्टर, वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर शामिल हैं. इन हेलीकॉप्टर में नागरिकों के लिए भी हेलिकॉप्टर पेश किया गया है. इनके द्वारा रेस्क्यू अभियान जारी है.

CM धामी ने दी जानकारी

वहीं सुबह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से इस हादसे का अपडेट दिया गया था. उन्होंने बताया कि माणा के पास हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के क्रम में 14 अन्य श्रमिकों को भी सकुशल बाहर निकाल लिया गया है.बाहर निकाले गए श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. गंभीर रूप से घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय, ज्योतिर्मठ में उपचार हेतु भेज दिया गया है. अभी तक कुल 47 श्रमिकों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका है. फंसे हुए अन्य श्रमिकों को भी जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालने के लिए कार्य किया जा रहाह है.

गंभीर रूप से घायल

वहीं ITBP अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 57 फंसे हुए मजदूरों में से 48 को बचा लिया गया है. इनमें दो से तीन की हालत फ्रैक्चर और सिर में चोट लगने के कारण गंभीर है. हालांकि फिलहाल उनका इलाज जोशीमठ अस्पताल में जारी है. साथ ही 5 मजदूर लापता है उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित रेस्क्यू करने की उम्मीद जता रही है.

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