पलभर में उजड़ गया हंसता खेलता परिवार, 300 फीट नीचे गिरी THAR; हादसे में पांच लोगों की मौत
कार सड़क से उतरकर 200 मीटर नीचे अलकनंदा नदी में जा गिरी थी. गुसाईं हरियाणा के फरीदाबाद में सैनिक कॉलोनी के निवासी थे, और नेगी रुड़की में दुर्गा कॉलोनी के निवासी थे. देवप्रयाग पुलिस स्टेशन के प्रभारी महिपाल रावत ने बताया, 'यह दुर्घटना सुबह करीब 7 बजे हुई.
बीते शनिवार सुबह उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में देवप्रयाग के पास एक बड़ा हादसा देखने को मिला, जहां अलखनंदा में महिंद्रा थार के गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई एक महिला बच गई. महिंद्रा थार जिसमें फरीदाबाद से परिवार के चार लोग और रुड़की की एक रिश्तेदार शामिल थी, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई. वहीं घटना में बची रिस्तेदार 45 साल की महिला का श्रीनगर शहर के बेस अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.
पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना सुबह करीब 7 बजे ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग पर बागवान गांव के पास हुई, जब पीड़ित चमोली जिले के गौचर में एक शादी में शामिल होने जा रहे थे. पुलिस, स्थानीय प्रशासन और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंच गई. मृतकों की पहचान 42 वर्षीय सुनील गुसाईं के रूप में हुई है, जो घटना के समय वाहन चला रहे थे, उनकी पत्नी मीनू गुसाईं (38)और उनके बच्चे धैर्य 14 और सुजल (12) अन्य दो यात्री अनीता नेगी, मीनू की बहन जो दुर्घटना में बच गईं, और उनका 16 वर्षीय बेटा आदित्य थे.
बचाव में लगे साढ़े छह घंटे
कार सड़क से उतरकर 200 मीटर नीचे अलकनंदा नदी में जा गिरी थी. गुसाईं हरियाणा के फरीदाबाद में सैनिक कॉलोनी के निवासी थे, और नेगी रुड़की में दुर्गा कॉलोनी के निवासी थे. देवप्रयाग पुलिस स्टेशन के प्रभारी महिपाल रावत ने बताया, 'यह दुर्घटना सुबह करीब 7 बजे हुई. सूचना मिलते ही बचाव दल को रवाना कर दिया गया. गहरे और ऊबड़-खाबड़ इलाके के कारण हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. क्रेन से जुड़ी रस्सियों का इस्तेमाल करके वाहन को बाहर निकाला गया. इसके बाद उसमें फंसे शवों को निकालने के लिए उसे काटा गया, ऑपरेशन में करीब साढ़े छह घंटे लगे.'
झपकी आईं या ब्रेक हुआ फेल
रावत ने बताया कि अनीता एक दरवाजे के पास बैठी थी. उन्होंने बताया, 'अनीता को बचा लिया गया. जब कार नदी में गिरी और डूबने लगी, तो वह बाहर निकलने में कामयाब रही. उन्हें अस्पताल ले जाया गया और उसकी हालत फिलहाल स्थिर है. पुलिस ने कहा कि वे अभी भी घटनाओं के क्रम और दुर्घटना के कारणों का पता लगा रहे हैं. सड़क चौड़ी है और उस स्थान पर कोई तीखा मोड़ नहीं है, जिससे पता चलता है कि चालक को झपकी आ गई होगी या ब्रेक फेल हो गया होगा. सड़क पर ब्रेक के कोई निशान नहीं हैं. उन्होंने शुक्रवार शाम को फरीदाबाद से अपनी यात्रा शुरू की थी. रावत ने बताया कि मृतकों का पोस्टमॉर्टम बेस अस्पताल में किया गया और शव परिजनों को सौंप दिए गए.





