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निवेश में ज्यादा रिटर्न का लालच! देहरादून में साइबर ठगों ने बैंक के डिप्टी मैनेजर से ऐसे किया 13 लाख रुपये का फ्रॉड

Dehradun Cyber Fraud: देहरादून में साइबर ठगों ने एक बैंक डिप्टी मैनेजर को निवेश का झांसा देकर 13 लाख रुपये की ठगी कर दी. पीड़ित ने दिसंबर 2024 में अज्ञात व्यक्तियों से फोन पर संपर्क किया. उस व्यक्ति ने उन्हें रिटर्न का लालच देकर निवेश के जाल में फंसा लिया. अब लगभग 10 महीने बाद, पुलिस ने मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है.

निवेश में ज्यादा रिटर्न का लालच! देहरादून में साइबर ठगों ने बैंक के डिप्टी मैनेजर से ऐसे किया 13 लाख रुपये का फ्रॉड
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( Image Source:  sora ai )

Dehradun Cyber Fraud: देश भर में ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसमें ऑफर का लालच देकर लोगों को अपने जाल में फंसा लिया जाता है. फिर स्कैमर्स उनके अकाउंट को खाली कर देते हैं. अब देहरादून में चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां पर एक बैंक के डिप्टी मैनेजर से 13 लाख रुपये ठग लिए गए.

जानकारी के अनुसार, डिप्टी मैनेजर के साथ लाखों की ठगी के मामले सामने आए हैं. पीड़ित ने शिकायत की थी तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. सूर्यप्रकाश निवासी रायपुर ने बताया कि दिसंबर 2024 में अननोन कॉल आया था, तभी से यह शुरू हुआ.

13 लाख रुपये की ठगी

रायपुर के सूर्यप्रकाश को दिसंबर 2024 में एक अज्ञात व्यक्ति से फोन पर निवेश के लिए संपर्क किया. उस व्यक्ति ने उन्हें रिटर्न का लालच देकर निवेश के जाल में फंसा लिया. सूर्यप्रकाश ने उस पर भरोसा करके 13 लाख रुपये का निवेश किया, लेकिन बाद में पता चला कि यह एक धोखाधड़ी थी. उन्होंने साइबर थाने और पुलिस विभाग में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब लगभग 10 महीने बाद, पुलिस ने मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है.

RBI-सेबी अधिकारी बनकर ठगी

पुलिस की जांच में पता चला कि स्कैमर्स ने सूर्यप्रकाश से अलग-अलग प्लेफॉर्म में निवेश करवाया. उन्होंने कहा कि ये सभी सेबी और आरबीआई में रजिस्टर्ड हैं, जिसे सुनकर उनको भी भरोसा हो गया. ठगों ने दिसंबर से जनवरी में 13 लाख रुपये इनवेस्ट करवा लिए, लेकिन न हो रिटर्न वापस मिला न ही पैसे निकाल पाए.

कैसे हुआ खुलासा?

सूर्यप्रकाश जब निवेश के पैसे नहीं निकाल पा रहे थे तो उन्हें शक हुआ. क्योंकि ठगों ने और पैसे लगाने की बात कही. फिर उन्हें सारा खेल समझ आया और वह पुलिस स्टेशन मदद के लिए पहुंचे.

उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने सही समय पर मेरी बात सुनी होती और एक्शन लिया होता तो शायद कुछ पैसे बच जाते हैं. ठगों ने जमा किए सारे पैसे निकाल लिए.

साइबर स्कैम से बचने के तरीके

  • अजनबी ईमेल या मैसेज में दिए गए लिंक या अटैचमेंट्स को न खोलें. ये आपके डिवाइस में वायरस या मैलवेयर डाल सकते हैं.
  • फोन, ईमेल या सोशल मीडिया के माध्यम से किसी से भी अपना बैंक खाता नंबर, पिन, पासवर्ड या ओटीपी साझा न करें.
  • ऑनलाइन शॉपिंग या बैंकिंग करते समय सुनिश्चित करें कि वेबसाइट का URL https:// से शुरू हो और वेबसाइट के पास एक लॉक आइकन हो.
  • सार्वजनिक Wi-Fi नेटवर्क पर संवेदनशील लेन-देन जैसे बैंकिंग या शॉपिंग से बचें, क्योंकि ये असुरक्षित हो सकते हैं.
  • अगर कोई व्यक्ति आपको बैंक या सरकारी एजेंसी से होने का दावा करके ओटीपी या खाता विवरण मांगता है, तो तुरंत कॉल काट दें और संबंधित संस्था से संपर्क करें.
  • अपने ऑनलाइन अकाउंट्ल के लिए मजबूत पासवर्ड बनाएं.
उत्तराखंड न्‍यूज
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