अश्लील वीडियो देखती हो, दर्ज होगा मामला, निकालो 9 हजार रुपये; स्कैमर्स का ही हो गया स्कैम
छत्तीसगढ़ में एक 12 वी क्लास की छात्र स्कैम का शिकार होने से बच गई. दरअसल स्कैमर्स ने पैसे ऐंठने के लिए जाल बिछाया लेकिन उसमें कामियाब नहीं हो पाए. युवती को पहले ही भनक लगी जिसके कारण उसने स्कैमर्स की शिकायत साइबर सेल में की, इसी तरह स्कैम होने के शिकार से बच गई.

ऑनलाइन ठगी के कई मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. कई लोग साइबर अपराधियों के जाल में फंसकर स्कैम का शिकार हो जाते हैं. हालांकि इसे लेकर लोगों का काफी जाग्रुक किया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ से सामने आया है. जहां उसने अपनी सूझबूझ से स्कैमर्स की इस ट्रिक को नाकाम किया है.
जानकारी के अनुसार ये मामला शनिवार का है जब 12 क्लास की एक छात्रा को कॉल आया. जिस समय कॉल आया उस समय वो घर पर ही थी. फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने उससे उसकी बड़ी बहन के बारे में पूछा तो युवती ने कहा कि इस फोन का इस्तेमाल केवल वही करती है. स्कैमर्स ने अपने जाल में युवती को फंसाने की कोशिश की.
अश्लील वीडियो देखती हो पुलिस ढूंढ रही तुम्हे
अपराधियों ने युवती से कहा कि वो अपने फोन पर अश्लील वीडियो देखती है. इसी सिलसिले में पुलिस को उसकी तलाश है. अपराधियों ने कहा कि ऐसे ही मामलों के लिए उन्होंने कई लोगों को गिरफ्तार किया है. युवती को विश्वास दिलाने के लिए उन्होंने उसके फोन पर कई वीडियो और फोटो सेंड किए जिसे देखर युवती डर जाती है. कुछ ही समय के बाद उसे डरा धमका कर अपराधी युवती से 9 हजार 500 रुपये की मांग करते हैं.
ऐसे खुद को बचाया स्कैम से
आरोपियों ने जैसे ही युवती से पैसों की मांग की तो उसे समझ आया ये किसी तरह का स्कैम है. जिसमें उसे फंसाया जा रहा है. आरोपियों ने ऑनलाइन पैसे भेजने को कहा लेकिन अपनी सूझ-बूझ से युवती ने कहा कि वो सिविल लाइन थाने के पास ही एक जगह है वहां आकर उससे पैसे ले जाए. आरोपी जितनी देर में युवती के पास पहुंचते उतने ही समय में उसने अपनी पहचान वाले को फोन मिलाया. इस घटना की जानकारी दी और उससे मदद मांगी.
साइबर सेल में की शिकायत दर्ज
वहीं युवती की पहचान वाले ने इस मामले की जानकारी साइबर सेल में दी और स्कैमर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसी सूज बूझ के कारण युवती आज स्कैमर्स का शिकार होने से बच गई. उसने बताया कि स्कैमर्स ने कॉल कर उसपर अश्लील वीडियो देखने का आरोप लगाया था. साथ ही इंटरनेट पर इधर-ऊधर वीडियो सर्च करने में इंटरनेट का इस्तेमाल करना बताया. इसी केस को बंद करने के लिए उन्होंने 9 हजार 500 रुपये देने की मांग की. ये कीमत में दो हजार रुपये फाइल चार्ज और बाकी बचे पैसों को जांच पूरी होने पर वापस करने का भरोसा जताया था.