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कहां है निकिता सिंघानिया? अतुल सुभाष की पत्नी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की जमानत याचिका

Atul Subhash Suicide Case: एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया कहां है, इस बारे में किसी को कुछ पता नहीं है. इस बीच खबर सामने आ रही है कि निकिता और उसके परिवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है. इस याचिका पर सोमवार को सुनवाई होने की संभावना है. बेंगलुरु की पुलिस ने निकिता के घर पर नोटिस भी चिपकाया हुआ है.

कहां है निकिता सिंघानिया? अतुल सुभाष की पत्नी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की जमानत याचिका
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( Image Source:  X )

Atul Subhash Suicide Case: एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड केस में एक नया मोड़ आया है. अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया व तीन अन्य लोगों की जमानत याचिका पर सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. कहा जा रहा है कि अतुल के सुसाइड नोट और वीडियो सामने आने के बाद निकिता का परिवार जौनपुर स्थित अपने घर से भाग गया है, जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है.

अतुल का शव बेंगलुरु स्थित उनके घर में फांसी पर लटका हुआ मिला था. उन्होंने 80 मिनट का वीडियो और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था. इसमें उन्होंने अपनी पत्नी निकिता, उसके परिवार और जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक के ऊपर सुसाइड के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया था.

मृतक के भाई की शिकायत पर 13 दिसंबर को बेंगलुरु पुलिस की दो टीमें जौनपुर स्थित उनके आवास पर पहुंचीं. बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद ने कहा कि मामला पहले ही दर्ज कर लिया गया है और दो टीमें गठित की गई हैं. भाई की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है. जांच जारी है. हम सबूत जुटा रहे हैं. हम सुनिश्चित करेंगे कि न्याय मिले.

निकिता सिंघानिया और उसके परिवार को समन जारी

बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया को समन जारी कर तीन दिनों के भीतर पेश होने को कहा है. इस संबंध में बेंगलुरु से जौनपुर पहुंची चार सदस्यीय पुलिस टीम ने निकिता के बंद घर में नोटिस भी चिपकाया है. बेंगलुरु सिटी पुलिस के नोटिस के अनुसार, सर्कल ऑफिसर (सिटी) आयुष श्रीवास्तव ने कहा कि निकिता को अपने पति अतुल सुभाष की मौत की परिस्थितियों के बारे में पूछताछ के लिए तीन दिनों के भीतर बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के सामने पेश होना है.

वहीं, बेंगलुरु से पहुंची टीम ने सीजीएम कोर्ट जाकर अतुल, उनके पिता पवन, मां अंजू और भाई विकास के खिलाफ दहेज उत्पीड़न के मामले की प्राथमिकी, चार्जशीट, जमानत की कॉपी, केस डायरी और हाईकोर्ट के आदेश समेत अन्य दस्तावेजों की नकल ली. इसे बाद जिला जज से परमिशन लेकर टीम फैमिली कोर्ट पहुंची. यहां घरेलू हिंसा के दावे व अन्य दस्तावेज की नकल हासिल की.पुलिस टीम 6 बजे तक कोर्ट में ही रही.

अतुल के परिवार ने क्या कहा?

पिता पवन कुमार ने कहा कि अतुल ने हमसे कहा था कि मध्यस्थता अदालत में लोग कानून के अनुसार काम नहीं करते. यहां तक ​​कि सुप्रीम कोर्ट के नियमों के अनुसार भी नहीं. उसे कम से कम 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर जाना पड़ा. निकिता एक के बाद एक आरोप लगाती रहती थी. उन्होंने कहा कि वह निराश जरूर हुआ होगा, लेकिन उसने हमें कभी ऐसा महसूस नहीं होने दिया. अचानक हमें घटना की जानकारी मिली. उसने रात करीब 1 बजे हमारे छोटे बेटे को एक मेल भेजा. हम यह नहीं बता सकते कि हमारा बेटा किस स्तर के तनाव में रहा होगा.

निकिता के परिवार ने आरोपों पर प्रतिक्रिया दी

निकिता के परिवार ने अतुल के द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया है. अतुल के भाई ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया था. इसमें निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुशील सिंघानिया को आरोपी बनाया गया है.

निकिता के चाचा ने आरोपों से किया इनकार

निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया ने अतुल के दावों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि सुभाष के आरोप निराधार हैं. निकिता यहां नहीं है. एक बार जब वह वापस आएगी, तो वह हर बात का जवाब देगी. उनके द्वारा लगाए गए हर आरोप का जवाब उसके पास है. मैं अलग रहता हूं. मुझे इस मामले के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है.

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