1954 में ऐसा क्या हुआ था, जिसे लेकर CM योगी ने विधानसभा में विपक्ष पर कसा तंज?
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बजट सत्र में फुल फॉर्म में नजर आए. उन्होंने चुन-चुन कर विपक्ष पर हमला बोला. मुख्यमंत्री ने कहा कि 29 जनवरी को हुई भगदड़ में अपनी जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं. हमारी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है. हालांकि, इस घटना का राजनीतिकरण करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि भगदड़ की बात करने वाले 1954 को याद करें.

1954 Kumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 फरवरी को विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला. उन्होंने महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ पर कहा कि हमारी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जो 29 जनवरी को भगदड़ से प्रभावित हुए थे या जिन्होंने अपनी जान गंवाई. हमारी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है. हालांकि, इस घटना का राजनीतिकरण करना उचित नहीं है. भगदड़ की बात करने वाले 1954 को याद करें.
सीएम योगी ने अपने भाषण में 1954 का जिक्र किया. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर 1954 में क्या हुआ था, जिसे मुख्यमंत्री ने याद करने को कहा. आइए, इसका जवाब जानते हैं...
1954 में क्या हुआ था?
दरअसल, 1954 में प्रयागराज में कुंभ मेले के दौरान भगदड़ मची थी, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी. उस समय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे. कुछ लोगों का मानना था कि 800 लोगों की मौत हुई है, जबकि कई का मानना है कि इसमें हजारों लोगों की मौत हुई थी. ऐसा आरोप है कि भगदड़ के पीड़ितों को मुआवजे के तौर पर एक भी रुपये नहीं मिला था. उस समय देश और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी.
'विपक्ष पहले दिन से ही महाकुंभ के खिलाफ है'
यूपी विधानसभा में सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष पहले दिन से ही महाकुंभ के खिलाफ है. पिछले सत्र में महाकुंभ को लेकर चर्चा और तैयारियां चल रही थीं. हम योजनाओं पर चर्चा करते और आपके सुझाव लेते, लेकिन आपने सदन नहीं चलने दिया. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पूछा कि महाकुंभ पर पैसा खर्च करने की क्या जरूरत थी. समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल पर ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया गया, जिसका इस्तेमाल कोई भी सभ्य समाज नहीं करेगा.
'... हमारी सरकार उस अपराध को करती रहेगी'
मुख्यमंत्री ने कहा कि लालू यादव ने कुंभ को 'फालतू' कहा. सपा के दूसरे साथी ने कहा कि महाकुंभ 'मृत्यु कुंभ' बन गया है. कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आरजेडी और टीएमसी नेताओं ने गैरजिम्मेदाराना बयान दिए. अगर सनातन धर्म से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करना अपराध है, तो हमारी सरकार उस अपराध को करती रहेगी. सीएम ने वीआईपी कल्चर पर उठ रहे सवाल पर कहा कि वीआईपी कल्चर की बात वो करते हैं तो मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं.
'सपा किसी अच्छे काम का कभी समर्थन नहीं कर सकती'
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान एक दिन हम सत्र (बजट) का आयोजन प्रयागराज में ही क्यों ना करें, लेकिन मुझे मालूम था कि सपा इसका विरोध करेगी. सपा किसी अच्छे काम का कभी समर्थन नहीं कर सकती.
'आचमन के लिए भी उपयुक्त है संगम का पानी'
सीएम योगी ने विधानसभा में कहा कि त्रिवेणी के पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं. मैं बताना चाहता हूं कि संगम और उसके आसपास के सभी पाइप और नालों को टेप कर दिया गया है. पानी को शुद्ध करने के बाद ही छोड़ा जा रहा है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी कर रहा है. आज की रिपोर्ट के अनुसार संगम के पास BOD की मात्रा 3 से कम है और घुलित ऑक्सीजन 8-9 के आसपास है. इसका मतलब है कि संगम का पानी न केवल नहाने के लिए, बल्कि आचमन के लिए भी उपयुक्त है.