पाकिस्तान की भाषा बोल रहे सपा नेता... योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर कसा तंज
सीएम योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मारे गए शुभम द्विवेदी की हत्या पर सपा नेताओं के बयान को शर्मनाक करार दिया. उन्होंने कहा कि सपा पाकिस्तान की भाषा बोल रही है और तुष्टिकरण की राजनीति देश की एकता को तोड़ती है. योगी ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का आह्वान करते हुए विपक्षी दलों को कठघरे में खड़ा किया.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की हत्या पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. योगी ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर आरोप लगाया कि राष्ट्रीय संकट के समय भी कुछ नेता राजनीतिक हितों को प्राथमिकता दे रहे हैं और सियासी चश्मे से घटनाओं को देख रहे हैं. उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या सपा नेता भारत के नागरिकों की तरफ से बात कर रहे हैं या फिर पाकिस्तान का पक्ष ले रहे हैं?
कानपुर के निवासी शुभम द्विवेदी की हत्या पर सपा नेताओं की चुप्पी पर योगी ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि जब पत्रकारों ने सपा से पूछा कि वे मृतक के परिवार से मिलने क्यों नहीं गए, तो सपा नेताओं ने जवाब दिया कि शुभम पार्टी का सदस्य नहीं था. योगी ने इसे अमानवीय और शर्मनाक बताया और कहा कि ऐसी राजनीति केवल राष्ट्रीय एकता को कमजोर करती है. उन्होंने इसे राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की आवश्यकता पर जोर दिया.
कुछ दल करते हैं तुष्टिकरण की राजनीति
मुख्यमंत्री योगी ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का आह्वान करते हुए विपक्षी दलों पर हमला किया. उनका कहना था कि जब भी देश पर हमला होता है, कुछ दल तुष्टिकरण की राजनीति में उलझकर अपना ध्यान भटकाते हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़नी चाहिए, यही सच्चा राष्ट्रधर्म है.
पाकिस्तान को दे रहे सफाई
सीएम योगी ने पहलगाम की घटना पर सपा और कांग्रेस नेताओं के बयान को लेकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि एक सपा महासचिव ने कहा कि 'हिंदू ने ही हिंदू को मारा है' जो पाकिस्तान को सफाई देने जैसा बयान था. योगी ने इसे पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया और कहा कि ऐसे बयान राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करते हैं और आतंकवादियों के हाथ मजबूत करते हैं.
आतंकवाद के खिलाफ लड़ें लड़ाई
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमें आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़नी चाहिए और इसे जड़ से खत्म करने का संकल्प लेना होगा. उन्होंने सभी से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि एक मर्यादा होनी चाहिए, जहां हम सभी राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर राष्ट्र और जनता के हित में सोचें. लेकिन कुछ दलों से ऐसी अपेक्षा करना व्यर्थ है."