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46 साल बाद खुला संभल का शिव मंदिर, आखिर 1978 में क्यों लगा था ताला? जानें क्या- क्या मिला

उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित एक शिव-हनुमान मंदिर के कपाट दशकों बाद खोले गए हैं. नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी का कहना है कि यह मंदिर 1978 के बाद पहली बार खोला गया है. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मंदिर के अंदर पुलिस बल को तैनात देखा जा सकता है.

46 साल बाद खुला संभल का शिव मंदिर, आखिर 1978 में क्यों लगा था ताला? जानें क्या- क्या मिला
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 14 Dec 2024 2:54 PM IST

उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित एक शिव-हनुमान मंदिर के कपाट दशकों बाद खोले गए हैं. नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी का कहना है कि यह मंदिर 1978 के बाद पहली बार खोला गया है. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मंदिर के अंदर पुलिस बल को तैनात देखा जा सकता है. बताया जा रहा है कि यह मंदिर 1978 के बाद बंद पड़ा था, और पुलिस द्वारा इसे फिर से खोला गया है.

सूत्रों के अनुसार, इस मंदिर में पहले एक पुजारी रहते थे, लेकिन किसी अज्ञात कारण से वह दहशत के मारे मंदिर और आसपास के मोहल्ले को छोड़कर चले गए थे. पुजारी के अनुसार, उस समय कोई भी व्यक्ति मंदिर में पूजा-पाठ और आरती करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था. दहशत की वजह से उन्होंने अपना घर बेचकर मंदिर में ताला लगा दिया और उसे छोड़कर चले गए.

संभल के इस शिव मंदिर के पास एक कुआं हुआ करता था, लेकिन मंदिर पर ताला लगने के बाद दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति ने उसे पाटकर बंद कर दिया. कहा जा रहा है कि हिंदू आबादी कम होने के कारण लोग इस इलाके से पलायन कर गए थे. हाल ही में, बिजली चेकिंग के दौरान प्रशासन की नजर इस मंदिर पर पड़ी. इसके बाद मंदिर के पुजारी को बुलाकर जांच की गई और फिर मंदिर के कपाट खोले गए.

संभल प्रशासन के अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान प्राचीन भगवान शिव मंदिर के पास एक कुआं मिला है, जिसे 42 साल बाद फिर से खोल दिया गया है. संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया के मुताबिक, 'हम (प्राचीन भगवान शिव मंदिर) मंदिर की सफाई कर रहे हैं. प्राचीन कुएं पर एक रैंप का निर्माण किया गया था. जब हमने रैंप को नष्ट किया, तो हमें एक कुआं मिला.

पुलिस के मुताबिक, शनिवार सुबह संभल में लाउडस्पीकरों की जांच की जा रही थी. इसी दौरान पता चला कि यहां पर बिजली के अवैध कनेक्शन से पूरे मोहल्ले को बिजली जी जा रही थी. बिजली विभाग की टीम ने चेकिंग की तो पता चला की 100 से अधिक अवैध कनेक्शन हैं. सभी के खिलाफ FIR दर्ज होगा. करोड़ों की बिजली चोरी पर रोकथाम लगाने के लिए बिजली विभाग कार्यरत है. अभी चार मस्जिदों पर विभिन्न प्रकार के तार निकले हैं. पूरे मीनार से बिजली घर बनाकर अवैध बिजली दी जा रही थी.

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