जनरल टिकट लेकर स्लीपर में चढ़ीं महिलाओं ने मचाया हंगामा, दून एक्सप्रेस में टीटीई से की मारपीट; मुंह पर फेंकी चाय
दून एक्सप्रेस में हुई यह घटना रेलवे प्रशासन और यात्रियों दोनों के लिए चेतावनी है. लगातार बढ़ रही अनधिकृत यात्रा और सुरक्षा की लापरवाही को देखते हुए अब जरूरत है कि रेलवे अपनी सुरक्षा व्यवस्था और टिकट जांच प्रणाली को और मजबूत करे, ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों.

हावड़ा से ऋषिकेश जाने वाली दून एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 13009) में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. ट्रेन जब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची, तो स्लीपर कोच में टिकट जांच के दौरान कुछ अनधिकृत यात्रियों ने न केवल हंगामा किया बल्कि टीटीई (ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर) पर हमला भी कर दिया. इस घटना से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और रेलवे प्रशासन में भी हड़कंप है.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार रात करीब 9 बजे दून एक्सप्रेस लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी. उससे पहले टीटीई दिवाकर मिश्र स्लीपर कोच S-3 बोगी में टिकट चेकिंग कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि कुछ महिलाएं जनरल टिकट लेकर स्लीपर क्लास की सीट पर बैठी हैं. ट्रेन के एक यात्री ने इस बात की शिकायत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स हैंडल पर की थी और सीट खाली कराने की मांग की थी.
सीट खाली कराने पहुंचे तो भड़क गईं महिलाएं
शिकायत मिलने के बाद टीटीई दिवाकर मिश्र संबंधित सीट (सीट नंबर 4) पर पहुंचे और यात्रियों से टिकट दिखाने को कहा. लेकिन सीट पर बैठी महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया. टीटीई ने जब समझाने की कोशिश की कि जनरल टिकट पर स्लीपर कोच में सफर करना नियमों के खिलाफ है, तो महिलाएं गाली-गलौज और झगड़े पर उतर आईं. दिवाकर मिश्र के अनुसार, 'महिलाओं ने पहले तो बदतमीजी की, फिर मेरी शर्ट फाड़ दी, मुझे धक्का दिया और मुंह पर चाय फेंक दी. इतना ही नहीं, उनमें से एक महिला ने मेरी सोने की चेन भी तोड़ दी.'
चारबाग जीआरपी में दर्ज हुई शिकायत
टीटीई ने इस पूरी घटना की शिकायत चारबाग जीआरपी (Government Railway Police) थाने में दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद ट्रेन में काफी देर तक तनाव बना रहा। वहीं अन्य यात्रियों ने भी इस घटना को लेकर नाराज़गी जताई. रेलवे प्रशासन ने बताया कि जिन महिलाओं ने हमला किया, वे सभी जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में चढ़ी थीं, जो कि पूरी तरह अनधिकृत और नियमों का उल्लंघन है.
बाराबंकी में उतरी, फिर दोबारा चढ़ीं
घटना के बाद जब ट्रेन बाराबंकी स्टेशन पहुंची, तो रेलवे कर्मियों ने उन महिलाओं को नीचे उतार दिया था. लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि वे थोड़ी देर बाद फिर से उसी बोगी में चढ़ गईं. आख़िरकार ट्रेन के लखनऊ चारबाग पहुंचने पर जीआरपी ने उन्हें दोबारा ट्रेन से उतारा और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गई.
रेलवे प्रशासन का बयान
इस मामले पर उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम (वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक) कुलदीप तिवारी ने कहा, 'टीटीई दिवाकर मिश्र के साथ दून एक्सप्रेस में महिला यात्रियों ने मारपीट की है. ये महिलाएं जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में सफर कर रही थीं, जो पूरी तरह से अनुचित है. उनके खिलाफ चारबाग जीआरपी थाने में तहरीर दी गई है और कानूनी कार्रवाई की जा रही है.' इस घटना के बाद यात्रियों में गुस्सा है. उनका कहना है कि अगर टिकट जांच करने वाला अधिकारी ट्रेन में भी सुरक्षित नहीं है, तो सामान्य यात्रियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी?कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.