6 लोगों की जान, दर्जनों घायल... बहराइच में भेड़िया का आतंक खत्म, वन विभाग ने मार गिराया, मृतकों को सरकार देगी 5 लाख रुपये
बहराइच जिले में भेड़िये के आतंक ने लोगों की जिंदगी को दहशत में डाल दिया था. इस खौफनाक घटनाक्रम में 6 लोगों की जान चली गई और दर्जनों लोग घायल हुए. हालांकि, वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए भेड़िये को मार गिराया और अब प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की है.

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पिछले छह हफ्तों से बच्चों और बुजुर्गों के बीच आतंक फैलाने वाले मानव-भक्षी भेड़िये की मौत हो गई है. वन विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह तड़के भेड़िये को मार गिराया, जो पिछले महीने में छह लोगों की जान ले चुका था और दो दर्जन से अधिक लोगों को घायल कर चुका था. यह हमला क्षेत्र के कइसरगंज और महसी तहसीलों में लगातार जारी था और ग्रामीणों के लिए एक बड़े डर का कारण बन गया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 सितंबर को क्षेत्र का हवाई सर्वे किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि भेड़िये को जिंदा पकड़ने की कोशिश की जाए, या जरूरत पड़ने पर मार गिराया जाए. इसके बाद 28 सितंबर को एक भेड़िये को विभागीय शूटरों ने मार दिया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये का एक्स-ग्रेशिया और घायलों के लिए 50,000 रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की.
बड़े पैमाने पर अभियान
आसपास के गांवों में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो चुकी थी. वन विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों को छह सेक्टरों में बांटकर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया. इसमें 21 टास्क फोर्स और करीब तीन दर्जन प्रशासनिक टीमें तैनात की गईं. छह ड्रोन कैमरे, 25 कैमरा ट्रैप, 20 सौर ऊर्जा संचालित CCTV कैमरे और चार जाल रखे गए ताकि भेड़िये की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. दो पशु चिकित्सा टीमों को ट्रैंक्विलाइज़र गन के साथ तैयार रखा गया.
वन विभाग ने मारा खूंखार भेड़िया
वन अधिकारियों ने बताया कि भेड़िये को जिंदा पकड़ने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन जब यह आक्रामक हो गया तो उसे मार गिराना पड़ा. पूर्व डीएफओ अजीत सिंह के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने सुबह-सुबह फायरिंग की. भेड़िये का शव बहराइच वन मुख्यालय ले जाया गया, जहां उसका पोस्ट-मार्टम किया जाएगा.
भेड़िये के हमलों की भयावह कहानी
सितंबर 9 से अब तक इस भेड़िये ने छह लोगों की जान ले ली, जिनमें चार बच्चे थे. कई दर्जन लोग घायल हुए. थागपुरवा गांव में सुबह 5 बजे 35 साल अंजू देवी को भेड़िये ने हमला कर घायल कर दिया. उन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाद में कोडैनपुरवा गांव में चार साल की एक बच्ची पर हमला हुआ, और दोपहर में सैनपुरवा गांव में सात साल के किशन को भेड़िये ने घायल किया. सभी घायलों का बहराइच जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. घायल लोगों के लिए अलग वार्ड भी बनाया गया था.
निष्कर्ष
छह हफ्तों के आतंक के बाद अब बहराइच के ग्रामीण थोड़ी राहत महसूस कर रहे हैं. वन विभाग की कड़ी मेहनत और मुख्यमंत्री की निगरानी के चलते इस मानव-भक्षी भेड़िये का खतरा खत्म हुआ है. हालांकि इस हादसे ने यह साफ कर दिया कि वन्य जीवों और मानव बस्तियों के बीच तालमेल बनाए रखना कितना जरूरी है.