'खुद लक्जरी त्याग नहीं पा रहे...'Porsche कार में दिखे प्रेमानंद महाराज, अनुयायियों और ऑनलाइन यूजर्स के बीच छिड़ी बहस
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अलग अलग यूजर्स द्वारा पोस्ट की गई छोटी क्लिप में, धर्मगुरु प्रेमानंद महाराज को लक्जरी गाड़ी की सवारी करते हुए देखा गया है. जिसके बाद से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. जहां कुछ बाबा के सपोर्ट में आए तो कुछ ने उनकी लक्जरी लाइफस्टाइल पर सवाल उठाया है.

वृन्दावन के आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों के लिए बहुत बड़ी हस्ती हैं. हजारों की संख्या में उनके भक्त देश के कोने कोने में उनका आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं. लेकिन अब एक हालिया वीडियो ने उनके अनुयायियों और ऑनलाइन यूजर्स के बीच बहस छोड़ दी है. जब महाराज को लक्जरी पोर्शे में बैठे और सड़क से गुजरते देखा गया.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें प्रमुख धार्मिक नेता प्रेमानंद महाराज एक लग्जरी पोर्शे में सवार हैं. इस वीडियो में गुरु एक शानदार काले रंग की पोर्शे में बैठे हैं और सड़क किनारे खड़े अनुयायियों की भीड़ के पास से गुजरते हुए हाथ जोड़कर अभिवादन कर रहे हैं. उनके भक्तों में भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली और बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा भी शामिल हैं, जो इस वायरल पल को लेकर लोगों की जिज्ञासा को और बढ़ा रहे हैं.
लक्जरी गाड़ी में गुरु जी
सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अलग अलग यूजर्स द्वारा पोस्ट की गई छोटी क्लिप में, धर्मगुरु को लक्जरी गाड़ी की सवारी करते हुए देखा गया है, जबकि उनके सहयोगी और पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा के लिए कार के साथ-साथ दौड़ रहे हैं कि कार निकलने में कोई बाधा न हो. वीडियो पर 04/04/2025 का बताया जा रहा है.
समाज कितना सड़ चुका है
वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं, कुछ यूजर्स ने आध्यात्मिक गुरु के सादगी के संदेश और उनकी यात्रा के तरीके के बीच अंतर पाने के बाद कहा है कि जो लोग दावा करते हैं कि उनका जीवन भगवान को समर्पित है, वे करोड़ों की कार में कैसे बैठ सकते हैं, जबकि 80 करोड़ लोग सरकारी राशन पर जी रहे हैं. सोचिए हमारा समाज कितना सड़ चुका है, इसे ठीक करने और ऊपर उठाने वाले ही गरीबों को लूटने में सबसे आगे हैं. इससे अंधे अनुयायियों को यह पता चल जाना चाहिए कि जो त्याग का दावा करता है, उसने वास्तव में कभी क्या नहीं किया.
इन्हें लक्जरी की क्या जरूरत है?
वहीं एक यूजर के ने कहा, 'बाबा पोर्श में आकर रुकते हैं और भौतिकवाद को त्यागने को कहते हैं. मार्क्स लॉग ऑफ कर देते हैं. आध्यात्मिक कॉमेडी में भारत अपराजित रहता है.' एक ने कहा, 'जब बाबा दूसरों से लक्जरी लाइफ छोड़कर भगवान को समर्पित होने के लिए कहते हैं, तो उन्हें अपने जीवन में इतनी लक्जरी की क्या जरूरत है?.' वहीं अन्य ने कहा, 'कुछ मत कहो वरना इनके भक्त चालू हो जाएंगे.'
सपोर्ट में आए भक्त
अब बात महाराज जी को ट्रोल करने की तो भला उनके भक्त सपोर्ट में आने से कैसे चूक सकते थे. एक ने कहा, 'आपकी जानकारी के लिए मित्र, वो प्रेमानंद जी की कार नहीं है, भक्त लोग अपनी कार देते हैं, बस के लिए नंबर प्लेट जांचें कार्लो + रोज कार चेंज होती है, तब तक ट्वीट न करें जब तक आपको असली बात पता न चल जाए.' दूसरे ने भी यहीं कहा, 'यह उनकी पोर्श नहीं है, एक भक्त ने स्वेच्छा से अपनी कार, फ्लैट जैसी प्रॉपर्टी उन्हें दे दी. गलत सूचना फैलाने से पहले अपने तथ्यों की जांच करें.'