बच्चे को चिप्स दिलाना बना काल! पैकेट में निकली बॉल ने ली मासूम की जान
इटावा में चिप्स के पैकेट में एक ऐसा खिलौना निकलना जिसने बच्चे की जान ले ली. बच्चा अपने पिता से क्रैक्स खाने को जिद कर रहा था, फिर पिता ने मासूम को क्रैक्स खरीद कर दे दिया. खेल-खेल में बच्चे ने क्रैक्स में निकली बॉल मुंह में डाल ली. बॉल उसकी सांस नली में फंस गई जिससे वह तड़पने लगा और उसकी मौत हो गई.

Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर चिप्स के पैकेट में एक ऐसा खिलौना निकलना जिसने बच्चे की जान ले ली. बच्चा अपने पिता से क्रैक्स खाने को जिद कर रहा था, फिर पिता ने मासूम को क्रैक्स खरीद कर दे दिया. जो कि उसके लिए काल बन गया.
जानकारी के अनुसार बच्चे क्रैक्स के साथ मिली गेंद के साथ खेल रहा था. अचानक गेंद उसकी सांस नली में फंस गई और देखते ही देखते मासूम ने दम तोड़ दिया. वह अपनी मां के सामने तड़पने लगा और कुछ देर बाद उसकी सांसें रुक गई. मासूस की नाम उस्मान (4) बताया गया है.
क्या है मामला?
नौरंगाबाद सराय में रहने वाले तस्लीम ट्रैक मैकेनिक हैं. बुधवार को 2 बजे वह गैरेज के लिए जा रहे थे, तभी बेटे उस्मान ने कुछ चीज दिलाने की जिद की. उन्होंने उस्मान को दुकान से क्रैक्स का पैकेट दिला दिया और घर छोड़ दिया. खेल-खेल में बच्चे ने क्रैक्स में निकली बॉल मुंह में डाल ली. बॉल उसकी सांस नली में फंस गई जिससे वह तड़पने लगा. बच्चे की मां शबाना ने बॉल निकालने की कोशिश की लेकिन बॉल न निकली. इसके बाद मासूम को अस्पताल ले जाया गया. तब तक उसकी मौत हो गई थी. परिजन ने बुधवार को करीब 9 बजे बच्चे को कब्रिस्तान में दफनाया. ऐसी घटना से माता-पिता को सबक लेने की जरूर है कि बच्चों को कुछ भी चीज दिलाने से पहले देख लें वह उसके लिए सही है या नहीं.
लखनऊ में गुब्बारे से बच्चे की मौत
खिलौने से बच्चे की मौत का मामला लखनऊ से भी सामने आया है. ठाकुरगंज में ढाई साल का शिवांग फटा हुआ गुब्बारा फुलाने की कोशिश कर रहा था. गुब्बारा उसके गले में फंस गया. सांस लेने में तकलीफ हुई तो परिजन उसे प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए. हालत देखकर ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्चे ने दम तोड़ दिया. बता दें कि मासूम काशी विहार फूलमती मंदिर के पास रहने वाले कैटर्स विनय गुप्ता का बेटा है. बता दें कि परिजन शिवांश के मुंह से गुब्बारे को निकालने की कोशिश की पर सफल नहीं हो पाए. बच्चे की मौत से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.