प्यार की सजा मौत? आजमगढ़ में लोको पायलट की बेरहमी से हत्या! पहले जमकर पीटा, फिर जहर पिलाकर नहर किनारे फेंका
आजमगढ़ के जीयनपुर थाना क्षेत्र के नौशहरा गांव में रेलवे के लोको पायलट दुर्गेश कुमार की हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि दुर्गेश का एक युवती से प्रेम संबंध था और उसके घरवालों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था. इसी विवाद के चलते वारदात को अंजाम दिया गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है और आरोपी पक्ष पर कार्रवाई की जा रही है.

Azamgarh Loco Pilot Murder Case: आजमगढ़ के जीयनपुर थाना क्षेत्र के नौशहरा गांव में लोको-पायलट दुर्गेश कुमार (27 वर्ष) की कथित तौर पर प्रेम-प्रसंग के चलते पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. घटना का खुलासा मंगलवार को हुआ जब परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. बताया जाता है कि प्रेम प्रसंग के चलते यह हत्या की गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुर्गेश का फोन पर तीन साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. एक दिन युवती के घरवालों ने समझाने के बहाने उसे बुलाया, जहां उसे पीटकर नहर किनारे फेंक दिया गया. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने मैच खाने जैसा ज़हरीला पदार्थ भी दिया था.
दुर्गेश ने खुद फोन कर परिजनों को दी जानकारी
दुर्गेश ने खुद फोन कर परिजनों को यह जानकारी दी, लेकिन अस्पताल ले जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई. परिवार की तहरीर पर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. जांच हेतु क्षेत्राधिकारी को जिम्मा सौंपा गया.
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरुआती जांच शुरू कर दी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी. क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार इस केस की जांच कर रहे हैं. परिवार ने आरोप लगाया है कि पहले भी प्रेम-प्रसंग के चलते धमकियां मिल चुकी थीं, इसलिए यह हत्या पूर्व नियोजित लगती है.
प्रेम-प्रसंग का यह मामला सिर्फ दो परिवारों की निजी लड़ाई नहीं रह गया, बल्कि एक गंभीर सामाजिक मुद्दा बन गया है, जिसमें व्यक्तिगत स्वतंत्रता, सामाजिक दबाव और कानूनी जवाबदेही का सवाल भी शामिल है. पुलिस की सक्रियता और जल्द शुरू की गई जांच एक सकारात्मक कदम है, लेकिन पेशेवरों और समाज, दोनों को मिलकर यह चल रही समस्या के प्रति जागरूक होना आवश्यक है.