संभल में मिला नया बालाजी का मंदिर, पुलिस ने ऐसे लगाया पता, ASI की टीम आज करेगी पहले मंदिर की जांच
संभल में कई पुराने हिंदू मंदिर मिल रहे हैं. शिव भगवान के बाद अब बालाजी मंदिर का ताला खोला गया है. आज ASI की टीम पहले मंदिर की जांच करेगी, जिससे मंदिर के बारे में बाकि की जानकारी मिलेगी.

संभल में एक नया मंदिर मिला है, जो करीब 32 साल पुराना है. अधिकारियों ने 18 दिसंबर के दिन शाही जामा मस्जिद से करीब 2 किलोमीटर दूर सराय तारीन इलाके में एक अन्य मंदिर के ताले खोले हैं. हाल ही में अदालत के आदेश पर यहां सर्वेक्षण किया गया था.
बुधवार के दिन बालाजी मंदिर के बाहर 50 लोगों ने पूजा की. वहीं, मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के अंदर हिंदू देवी-देवताओं कृष्ण, राधा और हनुमान की मूर्तियां पाई गईं. यह संभल जिले में खोला गया दूसरा मंदिर है.
भस्माशंकर मंदिर भी खोला गया
इससे पहले शनिवार को जिला प्रशासन ने खग्गू सराय में एक मंदिर को फिर से खोला था. इस मामले में प्रशासन का दावा था कि बिजली चोरी के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान उन्हें यह मंदिर मिला. बताया जाता है कि यह मंदिर 1978 से बंद था.
अधिकारियों ने बताया कि संभल के जिला मजिस्ट्रेट डॉ राजेंद्र पेंसिया के खग्गू सराय में मंदिर की वैज्ञानिक जांच करने के अनुरोध पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) गुरुवार को मंदिर का दौरा करेगा. इस बीच, खग्गू सराय में मुस्लिम निवासी अपने घरों के उन विस्तारित हिस्सों को गिरा रहे हैं, जो सड़कों और मंदिर परिसर पर अतिक्रमण कर रहे हैं.
स्थानीय निवासियों ने गिराए मकान
इस मामले में संभल के रहने वाले एक निवासी ने कहा कि मैंने खुद ही इसे गिरा दिया, क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि यह गलत है. मुझसे जो जुर्माना वसूला जाएगा वह बहुत ज्यादा होगा. इस कारण से मैं डर गया था. वहीं, दूसरे स्थानीय ने भी घर की ओर जाने वाली सड़कों से सटे विस्तारित क्षेत्र को गिराने की बात को माना है.
जियाउर रहमान बर्क को जारी किया नोटिस
इस बीच स्थानीय अधिकारियों ने कथित अवैध निर्माण के लिए समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क को नोटिस जारी किया. वहीं, इस मामले में डीएम पेंसिया ने कहा कि हमने सांसद और क्षेत्र के अन्य निवासियों को भवन संचालन अधिनियम, 1958 के तहत नोटिस दिया है, क्योंकि उन्होंने मैप अप्रूव्ड किए बिना निर्माण किया है या कर रहे हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि जियाउर रहमान बर्क को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है, जिसके बाद उन पर जुर्माना लगाया जाएगा. जबकि जियाउर ने कॉल या मैसेज का जवाब नहीं दिया है.