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ससुराल वालों से खफा दामाद ने पार्सल में भेजा बम, ब्लास्ट को अंजाम देने में दो आरोपी हुए गिरफ्तार

शनिवार सुबह करीब 10.45 बजे साबरमती के एक रो हाउस में बम विस्फोट हुआ, जिसमें दो लोग घायल हो गए. विस्फोट के बाद, पुलिस ने तुरंत गौरव गढ़वी को गिरफ्तार कर लिया, जो घटनास्थल पर पाया गया था.

ससुराल वालों से खफा दामाद ने पार्सल में भेजा बम, ब्लास्ट को अंजाम देने में दो आरोपी हुए गिरफ्तार
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( Image Source:  Meta AI )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 26 Nov 2025 3:51 PM IST

अहमदाबाद पुलिस ने शनिवार को साबरमती इलाके में पार्सल बम विस्फोट के सिलसिले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें दो लोग घायल हो गए थे. यह विस्फोट, जो शनिवार की सुबह हुआ उसे एक 44 वर्षीय व्यक्ति रूपेन राव ने अंजाम दिया था. जो अपने ससुरालवालों से बदला लेना चाहता था क्योंकि राव के ससुरालवालों उसे उसकी पत्नी और बच्चों से दूर कर दिया था.

शनिवार सुबह करीब 10.45 बजे साबरमती के एक रो हाउस में बम विस्फोट हुआ, जिसमें दो लोग घायल हो गए. विस्फोट के बाद, पुलिस ने तुरंत गौरव गढ़वी को गिरफ्तार कर लिया, जो घटनास्थल पर पाया गया था. इसके बाद पुलिस ने तकनीकी निगरानी का उपयोग करके गहन जांच की, जिससे शनिवार रात राव और उसके साथी रोहन रावल को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने हमले के पीछे राव की पहचान मास्टरमाइंड के रूप में की है. जिसमें पत्नी के दोस्त बलदेव सुखाड़िया उसके पिता और भाई को निशाना बनाया गया था.

साहा नहीं गया पत्नी से अलगाव

अधिकारियों के मुताबिक, अपनी पत्नी को तलाक देने की प्रक्रिया में, राव उन लोगों से बदला लेने के लिए जुनूनी हो गए थे, जिन्हें उन्होंने अपने अलगाव के लिए दोषी ठहराया था. उसकी साजिश में घरेलू बम और फायरआर्म्स का इस्तेमाल शामिल था, जिसे उसने कथित तौर पर ऑनलाइन बनाना सीखा था. डीसीपी भरत राठौड़ ने पुष्टि की कि राव और रावल कई महीनों से हमले की योजना बना रहे थे. राठौड़ ने कहा, 'राव पिछले तीन से चार महीनों से ऑनलाइन कंटेंट के माध्यम से बम बनाना सीख रहा था.

खुद बनाया बम और पिस्तौल

गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने संदिग्धों से जुड़ी एक कार से दो जिंदा बम बरामद किए. जिससे साफ पता चलता है कि सल्फर पाउडर, बारूद और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट से बने बमों में दूर से विस्फोट किया गया था. इसके अलावा, पुलिस को गोला-बारूद के साथ एक देशी पिस्तौल भी मिली, जिसे राव ने खुद बनाया था. हालांकि बीडीडीएस ने समय रहते बमों को defuse कर दिया, जिसके फटने से ज्यादा नुकसान हो सकता था. राठौड़ ने डिटेल से बताया कि बम घातक चोटें पहुंचाने के लिए डिजाइन किए गए थे. उन्होंने कहा, 'हालांकि पूर्ण फोरेंसिक जांच पेंडिंग है.

दोस्त ने घोला जिंदगी में जहर

अपनी अलग रह रही पत्नी से राव न सिर्फ मन में कड़वाहट फैल रही थी बल्कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से भी कमजोर पड़ता जा रहा था. लेकिन जांच में सामने आया है कि पति-पत्नी के अलगाव की जड़ बलदेव सुखाड़िया था जिसने दोनों के रिश्ते में जहर घोला था. इस वजह से वह राव अपनी पत्नी और बच्चों से दूर होता चला गया. लेकिन मन में कड़वाहट और भी जागी जब इस अलगाव में पत्नी के पिता और भाई भी शामिल हो गए.

बम से भरा पार्सल

राठौड़ ने कहा, 'अपनी मेडिकल स्थिति के कारण वह कमजोर और अलग-थलग महसूस कर रहा था. जिसके बाद उसने सुखाड़िया और उसके ससुराल वालों के प्रति राव की दुश्मनी ने उन्हें एक घातक योजना बनाने के लिए प्रेरित किया। रावल की मदद से, राव ने शुरू में शुक्रवार की रात सुखाड़िया के घर पर बम से भरा पार्सल पहुंचाने की कोशिश की. हालांकि सुखाड़िया घर पर नहीं थे, इसलिए डिलीवरी अगली सुबह तक के लिए टाल दी गई. गढ़वी ने डिलीवरी मैन के रूप में काम करते हुए पार्सल को घर तक पहुंचाया, जहां एक दूरस्थ स्थान से रावल द्वारा विस्फोट किए जाने पर उसमें विस्फोट हो गया. अधिकारियों का मानना ​​है कि राव बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने और भय का माहौल पैदा करने के इरादे से कई हमलों की तैयारी कर रहे थे.

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