ब्राह्मण CM के शासन में नहीं हो रहा ब्राह्मणों का सम्मान, REET पेपर विवाद पर कांग्रेस का राज्य सरकार पर वार
राजस्थान में REET एग्जाम मामले में सरकार के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है. विपक्ष समेत कई ब्राह्मण संगठन सरकार पर निशाना साध रही है. उनका कहना है कि ब्राह्मण मुख्यमंत्री के कार्यकाल में ब्राह्मण का सम्मान नहीं किया जाता तो इससे बुरा और क्या हो सकता है?

राजस्धान के डूंगरपुर डिस्ट्रिक्ट से एक वीडियो हाल ही में तेजी से वायरल हुआ था. यह वीडियो REET एग्जाम सेंटर का है. दरअसल दो छात्रों को परीक्षा हॉल में एंट्री नहीं मिली थी क्योंकि जनेऊ उन्होंने जनेऊ धारण किए हुए थे. इस मामले पर राज्य विधानसभा में तीखी बहस हुई कई प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. आपको बता दें कि एग्जाम सेंटर का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. 27 और 28 फरवरी को REET का एग्जाम था. इस वीडियो के वायरल होने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
अधिकारी को किया गया सस्पेंड
वहीं डूंगरपुर कलेक्टर अंकित कुमार की इस मामले पर प्रतिक्रिया सामने आई. उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स और विभागीय जांच के बाद जिस टीचर जो उस समय मौजूद था उनपर और पुलिस कांस्टेबल पर कार्रवाई हुई है. उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. इस घटना के बाद राजस्थान सरकार विपक्षी पार्टियों के सवालों के घेरे में आ गई है. विधानसभा में कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने सरकार पर निशाना साधते हुए यह ब्राह्मणों के हितों की रक्षा करने में सरकार की विफलता को दर्शाता है.
जनेऊधारी पंडित हैं CM
कांग्रेस विधायक ने कहा कि राज्य के CM जनेऊधारी पंडित हैं. उसके बाद भी उनके शासन में छात्रों के साथ ऐसा बरताव. परीक्षा के दौरान ब्राह्मण अभ्यर्थियों को जनेऊ उतारने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर ब्राह्मण मुख्यमंत्री के कार्यकाल में ब्राह्मण का सम्मान नहीं किया जाता तो इससे बुरा और क्या हो सकता है?" हालांकि इस मुद्दे पर सरकार पर सिर्फ विपक्ष ही नहीं कई ब्राह्मण संगठन भी निशाना साध रहे हैं और विरोध जता रहे हैं.
विप्र फाउंडेशन का सरकार को पत्र
दूसरी ओर विप्र फाउंडेशन की ओर से सरकार को पत्र लिखा गया है. इस फाउंडेशन के सदस्य नारायण पालीवाल ने कहा कि इस तरह की हरकतों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाने वाला है. उनका कहना है कि 'ब्राह्मणों के लिए जनेऊ काफी पवित्र होता है. इसमें किसी भी धातु का इस्तेमाल नहीं होता. इसके बावजूद भी सरकार एग्जाम सेंटर में जनेऊ पहनने के खिलाफ क्यों है? नारायण ने सनातन धर्म की एकता को तोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में इस तरह के कृत्यों को बढ़ावा नहीं देना चाहिए. भविष्य में ऐसा कुछ न हो इसलिए हमने कलेक्टर और CM को पत्र लिखा है.