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राजस्थान उपचुनाव 2025: कौन हैं मोरपाल सुमन, जिन्हें बीजेपी ने अंता विधानसभा से दिया टिकट?

राजस्थान के अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव में सियासी मुकाबला तेज है, जहां बीजेपी के मोरपाल सुमन, कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा चुनावी मैदान में हैं. यह सीट भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है. स्थानीय मुद्दे, जातिगत समीकरण और विकास की मांग चुनावी परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं. वोटिंग और रणनीतियों पर नजर बनी हुई है, क्योंकि उपचुनाव का नतीजा राजस्थान की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकता है.

राजस्थान उपचुनाव 2025:  कौन हैं मोरपाल सुमन, जिन्हें बीजेपी ने अंता विधानसभा से दिया टिकट?
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( Image Source:  ANI )

Morpal Suman Anta Assembly By-election 2025: राजस्थान के अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मोरपाल सुमन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. मोरपाल वर्तमान में बारां पंचायत समिति के प्रधान हैं और स्थानीय राजनीति में कम चर्चित चेहरा माने जाते हैं. पार्टी सूत्रों के अनुसार, उनका नाम कई महीनों की विचार-विमर्श और जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर तय किया गया है.

अंता विधानसभा में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा, क्योंकि कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को टिकट दिया है, जबकि नरेश मीणा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे हैं. इस मुकाबले में लोकल पहचान, जातिगत समीकरण और पूर्व जनाधार निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं.

पिछले साल मई में खाली हुई थी अंता सीट

अंता सीट पिछले साल मई में खाली हुई थी, जब पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा को 20 साल पुराने एक मामले में दोषी ठहराया गया और उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई. इस घटना के बाद यह सीट रिक्त हुई, जिससे अब उपचुनाव हो रहा है. मतदान तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं.

अंता में 2 लाख 25 हजार से ज्यादा मतदाता

अंता में कुल 2,26,227 मतदाता हैं, जिसमें 1,15,982 पुरुष, 1,10,241 महिलाएं और 4 अन्य मतदाता हैं. मतदाता सूची में अपडेटिंग अभियान के दौरान 1,336 नए मतदाता जोड़े गए. फाइनल सूची 1 अक्टूबर को जारी की गई.

अंता उपचुनाव के नतीजे का राजस्थान की सियासत पर नहीं पड़ेगा कोई असर

विश्लेषकों के अनुसार, अंता उपचुनाव का नतीजा राजस्थान की सियासी स्थिरता को प्रभावित नहीं करेगा, लेकिन यह संकेत ज़रूर देगा कि जनता किस तरह चुनावी लड़ाइयों और प्रत्याशियों की छवि पर प्रतिक्रिया दे रही है. अगर बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल करती है, तो इसे राज्य में उनकी जनसमर्थन की पकड़ की पुष्टि माना जाएगा.

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