जैसलमेर में चलती BUS बनी आग का गोला! खिड़की से कूदकर यात्रियों ने बचाई जान, अब तक 15 लोगों के मौत की खबर- CM ने जताया दुख
जैसलमेर में हादसे ने पूरी जनता को झकझोर दिया है जब एक चलती बस अचानक आग का गोला बन गई. बस में सवार 57 लोगों में से अब तक बच्चे सहित 15 की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री भजन लाल ने इस दर्दनाक घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है.

राजस्थान के जैसलमेर जिले में मंगलवार को एक भीषण सड़क हादसे ने लोगों को हिला कर रख दिया. जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक निजी बस में अचानक आग लग गई, जिससे सवारियों में अफरा-तफरी और भय का माहौल बन गया. वार म्यूजियम के पास यह हादसा हुआ.
बस में कुल 57 लोग सवार थे और सरकारी सूत्रों के अनुसार इस हादसे में अब तक लगभग 15 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. आग की लपटें इतनी तेज़ थीं कि कई यात्रियों ने खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई. इस हादसे पर सीएम भजन लाल ने भी दुख जताया है.
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची. अस्पताल में अब तक 20 घायल भर्ती हैं और उनका इलाज जारी है. घायलों की हालत गंभीर है, इसलिए डॉक्टर उनकी लगातार निगरानी और देखभाल कर रहे हैं. राहत और बचाव का काम अभी भी चल रहा है, और अधिकारियों ने घायलों को समय पर उचित और तेज़ चिकित्सा सुविधा देने के निर्देश दिए हैं.
नहीं पता चला आग का कारण
यह हादसा दोपहर करीब 3 बजे हुआ, जब बस जैसलमेर से जोधपुर की ओर जा रही थी. यात्रियों में डर और अफरा-तफरी का माहौल था. आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोग बाहर निकल नहीं पाए, जिससे नुकसान बढ़ गया. अधिकारियों ने बताया कि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. जांच शुरू कर दी गई है और बस के अंदर और आसपास के सभी सबूतों की समीक्षा और जांच की जा रही है.
सीएम भजनलाल ने जताया खेद
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया. उन्होंने इस हादसे को लेकर कलेक्टर और एसपी से बात की है और निर्देश दिए हैं कि पीड़ितों को हर तरह की मदद और घायलों को बेहतर इलाज दिया जाए. इसके अलावा, इस हादसे पर शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा 'परमेश्वर से घायलों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना की और जिला प्रशासन को घायलों का सही और समय पर इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.'
राहत कार्य और आगे की प्रक्रिया
अभी राहत और बचाव कार्य जारी है.स्थानीय प्रशासन और पुलिस घायलों की सुरक्षा और अस्पताल में उनकी सुविधा सुनिश्चित करने में लगे हैं.जांच के दौरान बस और आग लगने के कारण की पूरी जानकारी इकट्ठा की जाएगी. स्थानीय लोग भी इस दौरान सहायता के लिए आगे आए और घायल यात्रियों की मदद की.हादसे ने न सिर्फ यात्रियों और उनके परिवारों को हिलाया है, बल्कि पूरे जिले में सड़क सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.