धार्मिक यात्रा के दौरान पाकिस्तान में लापता हुई भारतीय महिला का खुला राज, एक झटके में बदल गई जिंदगी!
भारतीय सिख महिला सरबजीत कौर गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान गईं थीं. इस यात्रा के दौरान ये महिला पाकिस्तान में लापता हो गई थीं, जिसके बाद जानकारी सामने आ रही है कि सरबजीत ने एक पाकिस्तानी शख्स से निकाह करके इस्लाम धर्म को भी अपना लिया है.
Sarabjeet Kaur Missing Pakistan: बीते कुछ दिन पहले भारतीय सिख महिला सरबजीत कौर गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व के अवसर पर पाकिस्तान गईं थीं. पाकिस्तान की यात्रा के दौरान सरबजीत कौर लापता हो गई थीं, लेकिन अब इस महिला का राज सबके सामने आ चुका है.
दरअसल इस भारतीय महिला सिख ने पाकिस्तान में एक व्यक्ति से निकाह रचा लिया है. निकाहनामे की एक प्रति भी सामने आई है जो उर्दू में लिखी है.
4 नवंबर को पाकिस्तान पहुंची थीं सरबजीत कौर
सरबजीत कौर 4 नवंबर को अन्य सिख तीर्थ यात्रियों के साथ वाघा-अटारी सीमा पार करके पाकिस्तान पहुंची थीं. तीर्थ यात्रियों के इस जत्थे में 1900 से ज्यादा तीर्थयात्री शामिल थे, जो गुरु नानक देव की 555वीं जयंती पाकिस्तान में मनाकर 13 नवंबर को भारत वापस भी लौट आए थे, लेकिन इस यात्रा के दौरान सरबजीत कौर पाकिस्तान में लापता हो गई थीं. जिसकी सूचना फिर पाकिस्तानी इमिग्रेशन ने भारतीय अधिकारियों को दी थी और बताया कि ये महिला निकासी की अनुमति के लिए रिपोर्ट नहीं की गई.
सरबजीत कौर ने किया निकाह
वहीं निकाहनामे की प्रति में बताया गया है कि पंजाब के कपूरथला की रहने वाली सरबजीत कौर ने इस्लाम धर्म अपनाकर लाहौर के पास शेखपुरा के निवासी नासिर हुसैन से निकाह कर लिया है. सरबजीत कौर ने अपना नाम नूर रख लिया है.
तलाकशुदा सरबजीत कौर हैं 2 बेटों की मां
सरजीत कौर तलाकशुदा हैं, जिनकी पहली शादी करनैल सिंह नामक व्यक्ति से हुई थी. पहली शादी से उनके 2 बेटे भी हैं, जानकारी के मुताबिक उनके दोनों बेटे इंग्लैंड में रहते हैं. वहीं सरबजीत कौर की उम्र 52 साल बताई जा रही है. दूसरी तरफ अब भारतीय अधिकारी सरबजीत कौर के पैतृक गांव में जाकर उनके बारे में और ज्यादा जानकारी जुटाने का काम कर रहे हैं.
सरबजीत कौर के दस्तावेजों में गड़बड़ी
सरबजीत कौर का अचानक पाकिस्तान में लापता होकर नासिर से शादी कर लेना उनके परिवार और पंजाब पुलिस को भी हैरान कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक सरबजीत कौर के पासपोर्ट पर जो पता है वो कपूरथला का नहीं बल्कि मलौत, जिला मुक्तसर का है. उनके पासपोर्ट में नाम पति की बजाय उनके पिता का दिया गया है. हालांकि सरबजीत लंबे समय से अपने पति के घर रह रही थी. इसके अलावा सरबजीत कौर ने पाकिस्तान में एंट्री लेते समय इमिग्रेशन फॉर्म में कई जानकारी को खाली छोड़ दिया था.





