दिल्ली से बेदखल, अब राज्य सभा पर नजर! लुधियाना में कुर्सी यात्रा में कांग्रेस ने उड़ाया केजरीवाल का मज़ाक
कांग्रेस ने लुधियाना में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कुर्सी यात्रा निकाली, जिसमें केजरीवाल की डमी को एक बड़ी कुर्सी पर बिठाकर इलाके भर में जुलूस के रूप में घुमाया गया. कांग्रेस का आरोप है कि केजरीवाल की असली मंशा लुधियाना पश्चिम से विधायक की नहीं, बल्कि राज्यसभा पहुंचने की है.

लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के चुनावी समर में उस समय अलग ही रंग देखने को मिला, जब कांग्रेस समर्थकों ने कुर्सी यात्रा के जरिए अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. बैंड-बाजे के साथ सजी एक रथ यात्रा में केजरीवाल की डमी को एक बड़ी कुर्सी पर बैठाकर पूरे इलाके में घुमाया गया.
यह प्रदर्शन केवल एक प्रतीकात्मक विरोध नहीं था, बल्कि सत्ता की लालसा और कथित राजनीतिक चालबाज़ियों के ख़िलाफ़ एक खुला ऐलान था. कांग्रेस का यह भी आरोप है कि केजरीवाल अब दो राज्यों की Z+ सुरक्षा का आनंद ले रहे हैं, जबकि आम जनता से पूरी तरह कट चुके हैं.
सत्ता के लिए पंजाब की कुर्बानी
यात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु के समर्थकों ने रथ के चारों ओर पार्टी के झंडे लहराए और लोगों को बताया कि यह लड़ाई आम आदमी पार्टी के संजीव अरोड़ा को विधायक बनाने की नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल की सत्ता की भूख के खिलाफ है. आशु ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में सत्ता का सुख भोगा और अब जब वहां से दरवाज़े बंद हो गए हैं, तो पंजाब को सीढ़ी बनाकर दोबारा राज्यसभा में प्रवेश करना चाहते हैं.
शाही आदतें नहीं जातीं
इस ‘कुर्सी यात्रा’ में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राणा गुरजीत सिंह भी शामिल हुए. अलका लांबा ने तंज कसते हुए कहा कि ' दिल्ली में मुख्यमंत्री पद गंवाने के बाद केजरीवाल अब शाही ज़िंदगी के इतने आदी हो गए हैं कि उन्हें दोबारा सत्ता चाहिए .चाहे उसके लिए पंजाब से किसी पंजाबी की कुर्बानी ही क्यों न देनी पड़े.'
राज्यसभा की कुर्सी के लिए खेल
कांग्रेस प्रत्याशी आशु ने दावा किया कि केजरीवाल लुधियाना पश्चिम की सीट से विधायक नहीं, बल्कि राज्यसभा सदस्य बनवाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और वह भी एक बेरोजगार नेता को नौकरी दिलाने के बहाने. उन्होंने कहा कि ' पिछले 13 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है कि केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से हारकर 'बेरोजगार' हुए हैं. अब वह राज्यसभा की कुर्सी हथियाने के लिए पंजाब की एक और राज्यसभा सीट की बलि देना चाहते हैं.'