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भगवंत मान ने केंद्र से मांगे 600 करोड़ रुपये, पंजाब सरकार करेगी इस दिशा में काम

पंजाब का नशे से हमेशा संबंध रहा है. यहां के युवाओं के रग-रग में नशा घुल गया है. हाल ही में भगवंत मान ने बताया कि पिछले ढाई साल में राज्य सरकार ने एनडीपीएस अधिनियम के तहत करीब 31,500 मामले दर्ज किए हैं, जिनमें 3,000 किलोग्राम हेरोइन, 2,600 किलोग्राम अफीम और 4.3 करोड़ रुपये की दवाओं के साथ 43,000 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

भगवंत मान ने केंद्र से मांगे 600 करोड़ रुपये, पंजाब सरकार करेगी इस दिशा में काम
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( Image Source:  x-BhagwantMann )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 12 Jan 2025 10:01 AM IST

यह बात जगजाहिर है कि पंजाब में नशे का कारोबार फैला हुआ है. ऐसे में अब भगवंत मान ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 600 करोड़ रुपये की सहायता मांगी है. इन पैसों का इस्तेमाल वह ड्रग्स केस के मामलों को तेजी से निपटान के लिए स्पेशल एनडीपीएस कोर्ट बनाने के लिए करेंगे.

इस मामले पर मान ने कहा कि नशीले पदार्थों के कारण सामाजिक-आर्थिक संतुलन बिगड़ रहा है. इसके चलते पंजाब में अपराध, घरेलू हिंसा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं. एक रिजनल कान्फ्रेंस में वीडियो लिंक के जरिए 'मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा' पर भगवंत मान ने पंजाब में बढ़ते नशे की लत पर बात की.

क्यों मांगी 600 करोड़ रुपये की सहायता?

भगवंत मान ने केंद्र से कहा कि वह पंजाब को स्पेशल नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थ अदालतों के निर्माण और सरकारी अभियोजकों की भर्ती के लिए 10 साल के लिए वित्तीय सहायता दे. इसके आगे सीएम ने बताया कि अभी तक 35 हजार ड्रग्स केस के मामले सुलझाए नहीं गए हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात हैं, उसके अनुसार अदालत को एक ट्रायल पूरा करने के लिए औसतन सात साल लग जाते हैं. वहीं, आने वाले पांच सालों में यह समय 7 से 11 हो जाएगा. जहां 35 हजार मामलों की संख्या बढ़ाकर 55 हजार हो जाएगी.

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की तैयारी

भगवंत मान ने अमित शाह से नशीली दवाओं के गलत इस्तेमाल पर कंट्रोल के लिए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के अलावा, छह जिलों के बॉर्डर के लिए लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम, टेक्निकल सर्विलांस इक्विपमेंट, जेलों के लिए 5जी जैमिंग सॉल्यूशन के लिए बुनियादी ढांचे की व्यवस्था करने का आग्रह किया है.

पाकिस्तान कराता है ड्रग्स मुहैया

भगवंत मान ने कहा कि राज्य ने 1970 और 1980 के दशक के अंत में बड़े पैमाने पर उग्रवाद का सामना किया था और अब यह पाकिस्तान के साथ छद्म युद्ध लड़ रहा है, जो इसे ड्रग्स मुहैया करा रहा है. मान ने कहा कि पाकिस्तान के साथ साझा की गई 552 किलोमीटर की अंतरराष्ट्रीय सीमा छिद्रपूर्ण है और इसमें लगभग 43 किलोमीटर की बाड़बंदी और 35 किलोमीटर की नदी के किनारे की खाई है.

क्या है गोल्डन क्रिसेंट?

इस दौरान भगवंत मान ने कहा कि कुख्यात 'गोल्डन क्रिसेंट' ड्रग रूट के साथ राज्य का स्थान इसे नशीले पदार्थों और अन्य प्रतिबंधित पदार्थों के लिए एक प्रमुख पारगमन बिंदु बनाता है. इसके आगे उन्होंने कहा कि अब स्थानीय आबादी द्वारा खतरनाक लेवल पर ड्रग का इस्तेमाल किया जाता है.

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