जेल में ऐसे दिन काट रही है सोनम रघुवंशी, अपना चुकी है ये रूटीन, मिली टीवी देखने की छूट
सोनम आज दो अन्य महिला कैदियों के साथ एक कमरे में रहती है, जो जेल वार्डन ऑफिस के पास स्थित है. उसकी गतिविधियां सीसीटीवी कैमरों से लगातार देखी जा रही हैं.

एक महीने से ज़्यादा बीत चुके हैं, लेकिन शिलांग की सर्द हवाओं में आज भी वह सनसनी बाकी है जो मई के आखिर में एक हनीमून के बहाने रची गई एक खौफनाक साजिश के साथ आई थी. सोनम रघुवंशी वह नाम जो अब हत्या, साजिश और पत्थर-सी खामोशी का चेहरा बन गया है जो आज शिलांग की महिला जेल में विचाराधीन कैदी के रूप में बंद है.
जेल प्रशासन के मुताबिक, सोनम जेल की जिंदगी में अब ढलती नज़र आ रही है. सुबह तय वक्त पर उठना, नियमित दिनचर्या, और जेल मैनुअल का अनुशासित पालन अब यही उसकी नई दिनचर्या है. लेकिन इन सबके बीच सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अभी तक सोनम से कोई पारिवारिक मुलाकात नहीं हुई है. न कोई चिट्ठी, न कोई आंसुओं से भरा चेहरा उससे मिलने आया है. उसके अपने भाई ने मीडिया से साफ़ कह दिया, 'हम अब उसके परिवार का हिस्सा नहीं हैं. हम राजा को न्याय दिलवाना चाहते हैं.'
जेल की दीवारों के पीछे एक अलग सोनम
सोनम आज दो अन्य महिला कैदियों के साथ एक कमरे में रहती है, जो जेल वार्डन ऑफिस के पास स्थित है. उसकी गतिविधियां सीसीटीवी कैमरों से लगातार देखी जा रही हैं. हालांकि वो बाकी कैदियों से मेलजोल बढ़ा रही है, लेकिन जब बात उसके अतीत, उसके पति राजा रघुवंशी की होती है तो वह एकदम खामोश हो जाती है. उसकी खामोशी अब जांच एजेंसियों की बड़ी चुनौती बन गई है. जेल प्रशासन ने बताया कि अभी सोनम को कोई खास काम नहीं सौंपा गया है, लेकिन जल्द ही उसे सिलाई, हस्तकला और अन्य सुधारात्मक गतिविधियों से जोड़ा जाएगा. उसे जेल में टीवी देखने की सुविधा भी मिली है, लेकिन उसकी निगरानी हर वक्त जारी है.
एक नई दुल्हन, एक शव, और एक खाई में दबी साजिश
राजा रघुवंशी, इंदौर के एक युवा व्यापारी, ने 11 मई को सोनम से शादी की थी. महज दो हफ्ते बाद, 23 मई को वह अपने हनीमून पर मेघालय पहुंचे और वहीं से लापता हो गए. 2 जून को सोहरा क्षेत्र की एक गहरी खाई से उनका क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ. जैसे ही मामला गहराया, जांच में जो खुलासा हुआ, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला था. सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा पर आरोप लगा कि उन्होंने राजा की हत्या की साजिश रचने के लिए तीन सुपारी किलर आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी को नियुक्त किया. 7 जून की रात, वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर एक ढाबे से सोनम की गिरफ्तारी हुई. इसके बाद से वो शिलांग जेल में बंद है, जबकि उसके साथी आरोपी भी न्यायिक हिरासत में हैं. सोनम की ज़िंदगी अब एक अजनबी शहर की जेल में सीमित हो चुकी है. रिश्ते, भरोसे और हनीमून का सपना सब कुछ खंडहर हो चुका है. न्याय की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर ये सवाल खड़ा कर दिया है क्या किसी इंसान के चेहरे की मासूमियत पर यकीन किया जा सकता है?.