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राम मंदिर के नाम पर 90 लाख की ठगी! कौन है साध्वी रीना रघुवंशी जिसकी फिल्मी स्टाइल में हुई गिरफ्तारी?

Sadhvi Reena Raghuvanshi: छिंदवाड़ा स्थित कनकधाम आश्रम के महंत स्व. कनक बिहारी दास महाराज का सड़क हादसे में निधन हो गया. अब आरोप है कि उनकी शिष्या बताए जाने वाली साध्वी रीना रघुवंशी ने राम मंदिर के नाम पर जमा राशि को फर्जी तरीके से अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए.

राम मंदिर के नाम पर 90 लाख की ठगी! कौन है साध्वी रीना रघुवंशी जिसकी फिल्मी स्टाइल में हुई गिरफ्तारी?
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( Image Source:  FB/क्षत्रिय रघुवंशी )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 22 July 2025 2:57 PM IST

Who Is Sadhvi Reena Raghuvanshi: मध्य प्रदेश पुलिस ने साध्वी रीना रघुवंशी उर्फ लक्ष्मी दास के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. छिंदवाड़ा से उन्हें 90 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. ये पैसा राम मंदिर के नाम पर जमा हुआ था. आरोप है कि रीना ने कनक बिहारी बाबा के अकाउंट से फर्जी तरीके से अपने अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए. लंबे समय से उनके खिलाफ जांच कर रही थी.

पुलिस को जानकारी मिली थी कि साध्वी रीना नर्मदापुरम के शिवपुर थात्रा क्षेत्र स्थित चंद्रकलां गांव में एक सभी करा रही हैं. पुलिस सोमवार (21 जुलाई) को मौके पर पहुंची. साध्वी टॉयलेट का बहाना बनाकर फरार हो गईं. इसके बाद पुलिस ने पूरे गांव को घेर लिया और उसे पास के गांव से गिरफ्तार किया.

कौन है साध्वी रीना रघुवंशी?

रीना रघुवंशी उर्फ साध्वी लक्ष्मी‑दास मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश की रहने वाली हैं. रघुवंशी समाज की शिष्या थीं. उनके गुरु महंत कनक बिहारी दास महाराज थे. रीना रघुवंशी ने फर्जी दस्तावेज बना कर खुद को बैंक खाते की नॉमिनी घोषित करवा लिया और उनके मोबाइल नंबर को खाते में रजिस्टर करवा लिया.31 दिसंबर 2023 को 1 रुपये की ट्रांजैक्शन की फिर 19 जनवरी 2024 को 50 लाख रुपये और 31 जनवरी को 9,99,999 रुपये सहित कुल 89,80,000 रुपये राशि अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा ली.

90 लाख रुपये की ठगी

साध्वी रीना पर रामजानकी मंदिर के खाते से 90 लाख उड़ाने का आरोप है. मंदिर के पूर्व महंत कनक बिहारी दास के निधन के बाद खाते से रकम गायब हुई थी. बैंक मैनेजर और रीना ने मिलकर इस ठगी को अंजाम दिया. हैरानी की बात है कि इस खाते का कोई नॉमिनी नहीं थी फिर भी पैसे निकाल लिए गए. रीना की ओर से एमपी हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की गई थी, फिर कोर्ट ने पैसे लौटाने का आदेश देते हुए जमानत दे दी. लेकिन रीना फरार हो गई.

गुस्से में रघुवंशी समाज

कोर्ट ने दोबारा उसे जमानत देने से मना कर दिया. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने ही कोई राहत नहीं दी. लंबे समय से वह फरार थी और पुलिस से बच रही थी. इस दौरान वह पूजा-पाठ के कार्यक्रम का आयोजन करती रही. साध्वी के गलत काम से रघुवंशी समाज काफी नाराज है. उन्होंने रीना और उसके भाई की गिरफ्तारी में भी पुलिस का साथ दिया. उन्होंने रीना की लोकेशन की जानकारी पुलिस को दी. साथ ही एक लाख का इनाम भी रखा.

पूजा-पाठ का ढोंग

साध्वी रानी लोगों को बताती थी कि वह माता साधना है. पुलिस ने बचने के लिए भगवान का पूजा का नाटक करती रही. गांव वालों को उस पर शक हुआ. क्योंकि रोज अनुष्ठान का माहौल बना रहता था. कई मुश्किल के बाद गांव वालों ने पुलिस को बताया कि वह पास के गांव में छिपी है. रात करीब 8 बजे पुलिस रीना की लोकेशन पर पहुंची और उसे अरेस्ट कर लिया.

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