Begin typing your search...

जबरदस्ती की बात क्यों करते हो... भाई के गांजे की तस्करी मामले में गिरफ्तारी पर मंत्री प्रतिमा बागरी हुईं आगबबूला, विपक्ष ने साधा निशाना

मध्य प्रदेश के सतना जिले में ड्रग तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. राज्य की राज्यमंत्री प्रतिभा बागरी के भाई अनिल बागरी को 46 किलो भांग की तस्करी में गिरफ्तार किया गया. उनके साथ पंकज सिंह को भी हिरासत में लिया गया.

जबरदस्ती की बात क्यों करते हो...  भाई के गांजे की तस्करी मामले में गिरफ्तारी पर मंत्री प्रतिमा बागरी हुईं आगबबूला, विपक्ष ने साधा निशाना
X
( Image Source:  x-@PratapGrewal2 )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 9 Dec 2025 3:33 PM IST

मध्य प्रदेश के सतना जिले में सामने आया गांजा तस्करी का मामला राजनीतिक तापमान बढ़ाता जा रहा है. राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी की 46 किलो भांग के साथ गिरफ्तारी के बाद अब विपक्ष सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहा है. वहीं खजुराहो में मीडिया द्वारा इस मामले पर सवाल पूछे जाने पर मंत्री प्रतिमा बागरी का गुस्सा फूट पड़ा.

स्‍टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्‍सक्राइब करने के लिए क्लिक करें

रिपोर्टर्स को झिड़कते हुए उन्होंने कहा कि जबरदस्ती की बात क्यों करते हो तुम लोग?” उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद विपक्ष ने सरकार पर पारदर्शिता और कानून-व्यवस्था को लेकर तीखे सवाल दाग दिए.

46 किलो भांग की तस्करी का खुलासा

सतना पुलिस ने सोमवार सुबह मारौनहा गांव में पंकज सिंह के घर छापा मारा. जांच में सामने आया कि 46 किलो भांग धान के बोरों में छुपाकर रखी गई थी. पुलिस के अनुसार, पंकज ने पूछताछ में बताया कि यह कन्साइनमेंट अनिल बागरी और फरार आरोपी शैलेन्द्र सिंह राजावत द्वारा दिया गया था. पुलिस ने कुल 48 पैकेट बरामद किए, जिनकी कीमत लगभग 9.22 लाख रुपये बताई जा रही है.

जीजा भी हो चुके हैं गिरफ्तार

यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में मंत्री प्रतिभा बागरी के भाई-इन-लॉ शैलेन्द्र सिंह को उत्तर प्रदेश के बांदा में 10.5 किलो भांग के साथ गिरफ्तार किया गया था. शैलेन्द्र पहले से ही एक अन्य एनडीपीएस मामले में बांदा जेल में बंद हैं और सतना में कथित रूप से नशे वाली कफ सिरप की तस्करी में भी शामिल पाए गए थे, जिसकी कीमत लगभग 5.5 करोड़ रुपये बताई गई थी.

कांग्रेस ने उठाया सवाल

मंत्री प्रतिभा बागरी से जब खजुराहो में समीक्षा बैठक के दौरान उनके परिजनों की तस्करी में कथित भूमिका के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने गुस्से में कहा जबरदस्ती की बात क्यों करते हो तुम लोग?”. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और विपक्ष ने इसे राजनीतिक लाभ के लिए भुनाया. कांग्रेस ने इसे पोस्ट करते हुए लिखा कि 'देखिए मंत्री साहिबा का गुस्सा जब उनके भाई की तस्करी में गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया. भाजपा सरकार में मंत्रियों के परिजन खुलेआम तस्करी में पकड़े जा रहे हैं. मुख्यमंत्री जी, अपने गृह मंत्री से पूछिए कि राज्य को अपराध के दलदल में कितनी गहराई तक धकेला जाएगा?'

कानूनी कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया

सतना पुलिस ने दोनों आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर 12 दिन की न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल भेज दिया. पुलिस अब फरार शैलेन्द्र सिंह राजावत की तलाश में लगी हुई है, जिन्होंने कथित रूप से गाड़ी उपलब्ध कराई थी. इस पूरे मामले ने यह सवाल फिर से उठाया है कि राजनीतिक परिवारों से जुड़े लोग कानून की आंख में कैसे पकड़े जा सकते हैं और कानून व्यवस्था में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं.

MP news
अगला लेख