मेघालय में राजा रघुवंशी की हत्या जिस जगह पर हुई थी, वहां 2 महीने बाद क्यों पहुंचे परिजन? जानिए क्या है असली मकसद
इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में उनके परिवार ने मेघालय के सोहरा स्थित घटना स्थल पर पहुंचकर धार्मिक रीति-रिवाजों से पूजा की. राजा की हत्या 23 मई को कथित रूप से उनकी पत्नी सोनम और तीन अन्य लोगों द्वारा की गई थी, जबकि उनका शव 2 जून को एक खाई में मिला था. परिवार ने अब शिलॉन्ग में वकील नियुक्त कर तीन आरोपियों की जमानत को चुनौती देने और सोनम का नार्को टेस्ट कराने की याचिका दायर करने की योजना बनाई है. उधर, सोनम का भाई भी गुवाहाटी या शिलॉन्ग में उसकी ज़मानत के लिए वकील खोज रहा है.

Raja Raghuvanshi murder case: इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में नया मोड़ आया है. राजा की पत्नी सोनम और तीन अन्य आरोपियों पर हत्या का आरोप है. अब राजा के परिजन उस स्थान पर पहुंचे, जहां 23 मई को उनकी हत्या की गई थी. परिजनों ने मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स जिले में स्थित वेई सैदोंग फॉल्स के पास धार्मिक अनुष्ठान किए.
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने बताया कि वे और परिवार के अन्य सदस्य पहले उस पार्किंग स्थल पर पहुँचे जहां राजा और सोनम ने अपनी किराए की स्कूटी खड़ी की थी. इसके बाद वे उस स्थान तक पहुंचे जहां राजा की हत्या की गई थी और 2 जून को उसकी लाश मिली थी.
शिलॉन्ग में वकील नियुक्त कर रहा रघुवंशी परिवार
बुधवार को सोहरा पहुंचे रघुवंशी परिवार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वे अब शिलॉन्ग में वकील नियुक्त कर रहे हैं, ताकि तीन आरोपियों, प्रॉपर्टी डीलर सिलोमे जेम्स, फ्लैट मालिक लोकेन्द्र तोमर और सुरक्षा गार्ड बलवीर की ज़मानत को चुनौती दी जा सके. इन तीनों पर सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप है. परिवार ने यह भी कहा कि वे अदालत में याचिका दायर कर सोनम का नार्को टेस्ट करवाने की मांग करेंगे, ताकि यह पता चल सके कि शादी के कुछ ही दिनों बाद आखिर उसने पति की हत्या क्यों की.
सूत्रों के अनुसार, सोनम का बड़ा भाई गोविंद शिलॉन्ग और पास के असम के गुवाहाटी में वकील की तलाश कर रहा है ताकि वह सोनम की ज़मानत याचिका दायर कर सके. हालांकि, उसके परिवार ने इस बारे में औपचारिक पुष्टि नहीं की है.
11 मई को हुई थी सोनम और राजा की शादी
बता दें कि सोनम और राजा की शादी 11 मई को हुई थी। इसके नौ दिन बाद दोनों मेघालय हनीमून पर रवाना हुए थे। तीन दिन तक पूर्वोत्तर में घूमने के बाद दोनों लापता हो गए थे। जब परिवारों का संपर्क उनसे नहीं हो पाया, तो उन्होंने पुलिस की मदद ली। शुरुआती जांच गुमशुदगी के रूप में शुरू हुई थी, लेकिन 2 जून को राजा की लाश एक गहरी खाई से बरामद होने के बाद मामला हत्या में बदल गया.