राजा रघुवंशी हत्याकांड: पुलिस को मिले ऐसे सबूत जो दिलाएंगे कड़ी सजा, सोनम और राज की चालाकी का पर्दाफाश
इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि खुद सोनम रघुवंशी का बॉयफ्रेंड राज कुशवाह है. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सोनम ने इस साजिश में राज का पूरी तरह साथ दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने मिलकर राजा को मारने की योजना बनाई थी.

इंदौर में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. पुलिस के अनुसार, उन्हें इस केस से जुड़े 99% सबूत और सुराग मिल चुके हैं, जो अदालत में सभी आरोपियों को सज़ा दिलाने के लिए पूरी तरह से पर्याप्त माने जा रहे हैं. यह केस सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि प्यार, धोखे, लालच और साजिश के जाल की परतें खोल रहा है, जिसमें एक-एक कर कई नाम सामने आ रहे हैं. पुलिस की कड़ी मेहनत और सटीक जांच से अब यह मामला धीरे-धीरे साफ होता जा रहा है.
इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि खुद सोनम रघुवंशी का बॉयफ्रेंड राज कुशवाह है. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सोनम ने इस साजिश में राज का पूरी तरह साथ दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने मिलकर राजा को मारने की योजना बनाई थी. यह योजना कोई अचानक बना विचार नहीं था, बल्कि पूरी तरह से प्लान किया गया मर्डर मिशन था, जिसमें कई लोग शामिल थे और हर कदम को सोच-समझकर अंजाम दिया गया.
विशाल उर्फ विक्की का खुलासा
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए एक अन्य आरोपी विशाल उर्फ विक्की ने पूछताछ में एक बड़ा खुलासा किया है. उसने बताया कि उसने सोनम के इंदौर स्थित ठिकाने पर एक काले रंग का बैग पहुंचाया, जिसमें 5 लाख रुपये नगद, गहने, कपड़े और एक देसी पिस्तौल थी. यह पिस्तौल ‘प्लान बी’ का हिस्सा थी यानी अगर कोई और तरीका फेल हो जाए तो इस हथियार से काम किया जाएगा. इस बात से साफ है कि हत्या को लेकर किसी भी तरह का रिस्क नहीं लिया जा रहा था और पहले से ही हर विकल्प तैयार रखा गया था.
सबूतों को छुपाने की कोशिश
इस केस में प्रॉपर्टी ब्रोकर शीलोम जेम्स की भूमिका भी अब सामने आ गई है। पहले से ही गिरफ्त में मौजूद शीलोम पर सबूत मिटाने का आरोप है. सीसीटीवी फुटेज में उसे एक काले बैग को सोनम के फ्लैट से निकालते और कार में रखते हुए देखा गया है. यही बैग हत्या से जुड़े अहम सबूतों से भरा हुआ था यानी मामला बेहद गंभीर है. पुलिस ने जब हीराबाग इलाके में स्थित सोनम के फ्लैट पर छापा मारा, तो बैग गायब था। लेकिन आसपास लगे कैमरों की फुटेज ने शीलोम की पूरी करतूत उजागर कर दी.
फ्लैट का मालिक भी संदेह
हीराबाग के जिस फ्लैट में यह साजिश रची गई, उसके मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर भी अब जांच के घेरे में आ चुके हैं. उनसे पुलिस ने गहन पूछताछ शुरू कर दी है. अब तक की जानकारी के अनुसार, यह फ्लैट साजिश की असली 'वर्कशॉप' बन गया था. जहां राजा की हत्या की योजना बनाई गई, हत्यारों के बीच मुलाकातें हुईं, और सबूत छिपाने की तैयारी भी की गई.
गाजियाबाद से पहले इंदौर में छिपी
पुलिस को सोनम को पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. गाजियाबाद में गिरफ्तारी से पहले वह इंदौर में ही छिपी हुई थी. उसका मूवमेंट ट्रैक करने के लिए पुलिस को लगातार निगरानी करनी पड़ी. आखिरकार, वह पुलिस के शिकंजे में आ ही गई. सोनम की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले की डायनामिक्स बदल गई है, क्योंकि वह अब मुख्य आरोपी के तौर पर सामने आ रही है.
पेचीदा हो रहा है यह मामला
इस केस में अब मेघालय पुलिस की भी एंट्री हो चुकी है, जो अपने स्तर पर गहराई से जांच कर रही है. यह जानकारी सामने आ रही है कि केस के कुछ तार मेघालय से भी जुड़े हो सकते हैं, जिससे यह मामला और ज्यादा पेचीदा हो गया है. अभी तक इस केस में कुल 8 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और हर आरोपी की भूमिका जांच के दायरे में है.
मर्डर, मनी और माया
पुलिस के अनुसार, यह केस सिर्फ एक साधारण हत्या नहीं, बल्कि पैसे, निजी रिश्तों और विश्वासघात से जुड़ा एक खतरनाक खेल है. सोनम और राज ने जिस चालाकी से इस हत्या की योजना बनाई, उसमें न सिर्फ भावनात्मक धोखा शामिल था, बल्कि इसे अंजाम देने के लिए पैसे और संसाधनों का भरपूर इस्तेमाल भी किया गया. फिलहाल पुलिस के पास अब तक जो डिजिटल सबूत, बयान और वस्तुएं मिली हैं, वे इतने मजबूत हैं कि इससे कोर्ट में कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जा सकती है.