कुछ बोला तो 12 बजा दूंगी...नशे में टल्ली होकर बच्चों को ज्ञान देने पहुंची मैडम जी! Viral Video पर जानें क्या हुआ एक्शन
मध्यप्रदेश के धार जिले की मनावर तहसील में तैनात सरकारी स्कूल की शिक्षिका कविता कवचे को नशे की हालत में स्कूल पहुंचकर स्टाफ और मजदूरों से बदसलूकी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. घटना 23 जून को हुई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. पहले भी उनके व्यवहार को लेकर शिकायतें थीं। अब विभागीय जांच तक उन्हें गंधवानी ब्लॉक ऑफिस में तैनात किया गया है.

मध्य प्रदेश के धार जिले के मनावर में एक सरकारी स्कूल की महिला शिक्षिका का शर्मनाक वीडियो सामने आने के बाद उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. वायरल वीडियो में शिक्षिका कविता कवचे स्कूल में शराब के नशे में धुत नजर आ रही हैं और स्कूल स्टाफ व मजदूरों के साथ बदसलूकी कर रही हैं. घटना 23 जून की बताई जा रही है, जब वह स्कूल में नशे की हालत में पहुंची और हंगामा करने लगीं.
यह मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर शिक्षिका का वीडियो तेज़ी से वायरल होने लगा, जिसमें वह स्कूल परिसर में 'यह मेरा स्कूल है, मेरे सामने अकड़ मत दिखाओ' जैसी बातें करती दिख रही हैं. इस वीडियो के बाद शिक्षा विभाग ने जांच कर कवचे को निलंबित कर दिया.
स्कूल में हंगामा, स्टाफ और मजदूरों को दी धमकियां
घटना सिंघाना गांव के प्राथमिक स्कूल की है, जहां कविता कवचे तैनात थीं. स्कूल के प्रभारी प्राचार्य जुवन सिंह बघेल और प्रधानाध्यापिका ममता राठौर ने पुष्टि की कि कविता पहले भी इस तरह के व्यवहार की दोषी रह चुकी हैं. इस बार उन्होंने मजदूरों और शिक्षकों को गाली दी, धमकाया और स्कूल परिसर में माहौल खराब किया.
पहले भी कर चुकी हैं ऐसा
ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर किशोर कुमार बागेश्वर द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि कविता कवचे द्वारा पहले भी कई बार इसी तरह का व्यवहार किया गया है. लेकिन तब उन्होंने माफी मांग ली थी, इसलिए मामला वहीं खत्म कर दिया गया। इस बार मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण कार्रवाई टाली नहीं जा सकी.
निलंबन आदेश जारी, जांच जारी
शिक्षिका का व्यवहार लगातार अनुशासनहीन और शिक्षा विरोधी रहा है। इस बार वीडियो के आधार पर कार्रवाई की गई है और आगे विभागीय जांच भी की जाएगी. मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 और वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील नियम 1966 के तहत उन्हें निलंबित किया गया है. निलंबन की अवधि में उनकी मुख्यालय नियुक्ति गंधवानी ब्लॉक शिक्षा कार्यालय में की गई है। उन्हें नियमानुसार भत्ता दिया जाएगा.
150 बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा असर
कविता कवचे प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक के करीब 150 छात्रों को पढ़ाती थीं. स्कूल स्टाफ के मुताबिक, उनके दुर्व्यवहार का असर बच्चों की पढ़ाई और स्कूल के अनुशासन पर साफ दिख रहा था. कई बार चेतावनी के बावजूद सुधार नहीं आया.