स्कूल में 'जय श्रीराम' बोलने पर बवाल, छात्र की हुई जमकर पिटाई; हिंदू संगठनों ने कहा- धार्मिक भावनाओं से हो रहा खिलवाड़
जबलपुर जिले के पाटन क्षेत्र में स्थित मिसपा मिशन स्कूल में एक छात्र को इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने गार्ड को जय श्रीराम बोल दिया था. इस घटना के बाद छात्र के परिजन और हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है.
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के पाटन क्षेत्र में स्थित मिसपा मिशन स्कूल एक बड़े विवाद में घिर गया है. आरोप है कि स्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र को सिर्फ़ इसलिए पीटा गया क्योंकि उसने सुबह स्कूल में प्रवेश करते समय गार्ड को अभिवादन के रूप में जय राम जी की कहा था. घटना के बाद छात्र के परिजनों और हिंदू संगठनों ने पाटन थाने में शिकायत दर्ज कराई है.
मामला सामने आते ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता थाने पहुंच गए और स्कूल प्रबंधन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग क.। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और सभी पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं.
परिजनों ने लगाया पिटाई का आरोप
छात्र के पिता के अनुसार, “बच्चा सुबह स्कूल गया और जैसे ही उसने गार्ड को ‘जय राम जी की’ कहा, उसके बाद स्कूल संचालक राजेश खंडारे ने उसे बुलाकर पीटा। इससे पहले भी धागा पहनने को लेकर बच्चे को परेशान किया गया था.” परिवार का आरोप है कि यह घटना धार्मिक आधार पर भेदभाव को दर्शाती है और स्कूल में बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार असहनीय है. शिकायतकर्ताओं का कहना है कि स्कूल प्रबंधन अक्सर छात्रों की धार्मिक पहचान के प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाता है.
स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग
विवाद के बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता थाने पहुंचे. संगठनों ने कहा कि “हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है और ऐसे कृत्य किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.” हिंदू संगठनों ने तुरंत स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने, जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई और स्कूल की मान्यता रद्द किए जाने की मांग की है.
मिसपा मिशन स्कूल के प्राचार्य ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि घटना को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया जा रहा है. उनके अनुसार, “छात्र को केवल समझाइश दी गई थी, किसी तरह की मारपीट नहीं हुई. स्कूल में कई बच्चे ‘जय श्री राम’ बोलते हैं और हमारे कर्मचारी भी इसका जवाब ‘जय श्री राम’ कहकर देते हैं. यह विवाद जानबूझकर भड़काया जा रहा है.” स्कूल प्रशासन का कहना है कि वे जांच में पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं और मामले की सत्यता पुलिस जांच से ही सामने आएगी.
पुलिस जांच में जुटी
पाटन पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामले को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है. गोपेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि “मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और सभी पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. तथ्य सामने आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.”





