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'संजय' नहीं, राज कुशवाहा था सोनम का कॉलर, फर्जी नाम से हो रही थी साजिश की प्लानिंग

राजा रघुवंशी हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है. इंदौर पुलिस की जांच में सामने आया कि सोनम जिनसे 'संजय वर्मा' के नाम पर 112 बार बात कर रही थी, वह असल में उसका प्रेमी राज कुशवाहा था. कॉल डिटेल्स से यह सनसनीखेज सच्चाई सामने आई. इस खुलासे के बाद जांच की दिशा पूरी तरह बदल गई है और साजिश की परतें खुलने लगी हैं.

संजय नहीं, राज कुशवाहा था सोनम का कॉलर, फर्जी नाम से हो रही थी साजिश की प्लानिंग
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नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 19 Jun 2025 6:53 AM

इंदौर पुलिस को राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में बड़ी सफलता मिली है. सोनम रघुवंशी जिनसे लगातार 25 दिनों में 112 बार फोन पर बात कर रही थी, उस नंबर को पहले संजय वर्मा के नाम से जोड़ा गया था. लेकिन अब यह खुलासा हुआ है कि उस नंबर का इस्तेमाल दरअसल उसका प्रेमी राज कुशवाहा कर रहा था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच लंबी-लंबी बातचीत होती थी, जिससे इस बात की आशंका गहराई कि यह केवल दोस्ती नहीं बल्कि गहरी साजिश थी.

पुलिस को जब इस नंबर को लेकर मीडिया में चर्चाएं मिलीं, तब उन्होंने इसके स्रोत की जांच शुरू की. नंबर की लोकेशन, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और सर्विलांस के आधार पर यह पुष्टि हुई कि 'संजय वर्मा' असल में कोई और नहीं बल्कि खुद राज कुशवाहा था. इस खुलासे के बाद से पुलिस की जांच की दिशा पूरी तरह बदल गई है. अब जांच का फोकस राज की गतिविधियों, लोकेशन ट्रैक और उसके अन्य संपर्कों पर केंद्रित हो गया है.

पहचान छिपाकर बना रहा था संपर्क

राज कुशवाहा ने जानबूझकर संजय वर्मा के नाम से सोनम से संपर्क बनाए रखा ताकि उसका असली नाम और पहचान छुपी रहे. पुलिस मान रही है कि यह योजनाबद्ध तरीके से किया गया था ताकि वारदात से पहले तक किसी को शक न हो. अब इस मोबाइल नंबर से जुड़ी कॉल रिकॉर्डिंग और मैसेज डेटा को गहराई से खंगाला जा रहा है, जिससे साजिश की पूरी कड़ी जोड़ी जा सके.

नार्को टेस्ट पर नाराज हुआ सोनम का भाई

इस केस में नया मोड़ तब आया जब राजा रघुवंशी के परिवार ने सोनम के माता-पिता, भाई गोविंद और भाभी का नार्को टेस्ट कराने की मांग की. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गोविंद रघुवंशी ने मीडिया से कहा कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं, लेकिन उनके परिवार को बेवजह बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनका परिवार पुलिस को हर संभव सहयोग दे रहा है ताकि सच्चाई सामने आ सके.

हनीमून के दौरान रची गई हत्या की साजिश

राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए थे. लेकिन 23 मई को सोनम ने अचानक राजा की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई. इसके बाद 2 जून को राजा का क्षत-विक्षत शव सोहरा के पास गहरी खाई से मिला. इस मामले में मेघालय पुलिस ने सोनम, राज कुशवाहा और उसके तीन दोस्तों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. माना जा रहा है कि हत्या की योजना पहले से ही तैयार थी.

SIT कर रही हर एंगल से जांच

अब इस हाई-प्रोफाइल केस की जांच मेघालय पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) कर रही है. इंदौर की पुलिस लगातार संपर्क में है और कॉल डिटेल्स, लोकेशन डेटा और आरोपियों की आपसी बातचीत के आधार पर केस को सुलझाने की कोशिश कर रही है. राजा रघुवंशी का परिवार इंदौर में ट्रांसपोर्ट बिजनेस से जुड़ा है और उन्होंने केस को सीबीआई को सौंपने की भी मांग की है, ताकि जांच में पारदर्शिता बनी रहे.

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