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हाथ में कलावा और माथे पर तिलक! भोपाल में गरबा में मुसलमानों की 'Entry बैन, बीजेपी ने की यह मांग

Bhopal News: हाल ही में भोपाल में हिंदू संगठनों और BJP के नेताओं ने गरबा पंडाल में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उनका कहना है कि हर गरबा आयोजक को भगवान विष्णु के वराह अवतार की तस्वीर प्रवेश द्वार पर लगानी चाहिए. पंडाल में जाने से पहले हर व्यक्ति को देवी के चरण छूकर उन्हें प्रणाम करना और तिलक लगाना चाहिए.

हाथ में कलावा और माथे पर तिलक! भोपाल में गरबा में मुसलमानों की Entry बैन, बीजेपी ने की यह मांग
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( Image Source:  canava )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Published on: 19 Sept 2025 12:07 PM

Bhopal News: देश भर में 22 अगस्त से हिंदुओं से पवित्र त्योहारों में से एक शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. नौ दिनों तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है. नवरात्र में गुजरात के साथ कई राज्यों में गरबा डांस होता है. अब मध्य प्रदेश में गरबा पंडाल को लेकर हिंदू-मुस्लिम विवाद छिड़ा गया है.

हिंदू संगठनों और BJP के नेताओं ने गरबा पंडाल में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इन संगठनों ने गरबा आयोजकों को निर्देश दिया कि वे पंडालों के एंट्री गेट पर भगवान विष्णु के वराह अवतार की तस्वीर लगाएं और केवल वही लोग प्रवेश करें जो पहले पूजा-अर्चना करें, जिससे मुसलमानों को रोका जा सके.

गरबा में एंट्री को लेकर बवाल

इस संबंध में भोपाल हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा, हर गरबा आयोजक को भगवान विष्णु के वराह अवतार की तस्वीर प्रवेश द्वार पर लगानी चाहिए. पंडाल में जाने से पहले हर व्यक्ति को देवी के चरण छूकर उन्हें प्रणाम करना और तिलक लगाना चाहिए. इस दौरान जो लोग हिंदू नहीं हैं, वे ऐसा नहीं करेंगे.

वहीं BJP सांसद आलोक शर्मा ने भी इस मांग का समर्थन किया और चेतावनी दी कि जो लोग इस त्योहार का दुरुपयोग करने की कोशिश करेंगे तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. राज्य मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने समर्थन करते हुए कहा, गैर-हिंदुओं और मुसलमानों को गरबा पंडालों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. क्योंकि यह सनातन परंपरा का पवित्र त्योहार है जिसमें मां दुर्गा की पूजा होती है.

कई जगह लगाई रोक

भाजपा की मांग के बाद भोपाल में गरबा पंडाल लगाने वाले नियम बना रहे हैं. भोजपाल समिति के अध्यक्ष सुनील यादव ने एलान किया कि केवल वही लोग प्रवेश करेंगे जो तिलक और कलावा पहने होंगे. साथ ही लोगों को पहचान पत्र, आधार कार्ड लाने होंगे उनकी जांच की जाएगी जिससे उनके धर्म का पता लगाया जा सके. हालांकि इस अजीबोगरीब मांग से राजनीतिक घमासान मच रहा है. कई लोगों ने धर्म की आड़ में राजनीतिक करने का आरोप लगाया. वहीं कुछ ने इस मानवता के खिलाफ बताया.

कांग्रेस का बयान

एमपी कांग्रेस के मीडिया कॉर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने कहा कि आरएसएस चीफ मस्जिद इमाम से मिलने जाये, मदरसे जाये... मोदी जी के साथ घर पर अब्बास रहे. उन्होंने कहा कि भाजपा का यह कदम निंदनीय है. वह फिर नफरत का जहर घोलना चाहती है.

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