नवरात्रि में गरबे पर बैन! गुजरात में मस्जिद, मदरसे और दरगाह के बाहर लगा नोटिस, दो पर केस दर्ज
Kheda News: खेड़ा में मस्जिद, मदरसा और दरगाह के पास सार्वजनिक स्थानों पर एक नोटिस लगाया गया है, जिसमें लिखा है कि इन जगहों पर गरबा खेलना बैन है. बजरंग दल कार्यकर्ता धवलसिंह जाला की शिकायत पर मातार पुलिस ने मुस्लिम पंचायत के अध्यक्ष अयूबखान उस्मानखान पठान और उपाध्यक्ष यूसुफमिया खोखर पर FIR दर्ज की.

Kheda Garba Controversy: 22 सितंबर से हिंदुओं से प्रसिद्ध त्योहार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. गुजरात में से बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है और गरबा खेला जाता है, लेकिन इस बार धार्मिक विवाद छिड़ गया है. खेड़ा जिले में एक धार्मिक बोर्ड को लेकर हंगामा हो रहा है.
मातार तालुका स्थित नानी बाघोल क्षेत्र मस्जिद, मदरसा और दरगाह के पास सार्वजनिक स्थानों पर एक नोटिस लगाया गया है, जिसमें लिखा है कि इन जगहों पर गरबा खेलना बैन है. अब मामले पर राजनीति शुरू हो गई है. पुलिस ने दो मुस्लिम नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है.
गरबा बैन का नोटिस
नोटिस में कुछ धार्मिक स्थलों के पास गरबा खेलने पर प्रतिबंध लगाने की बात लिखी गई थी, जिससे स्थानीय हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं. इस पर स्थानीय बजरंग दल कार्यकर्ता धवलसिंह जाला की शिकायत पर मातार पुलिस ने मुस्लिम पंचायत के अध्यक्ष अयूबखान उस्मानखान पठान और उपाध्यक्ष यूसुफमिया खोखर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 299 और 54 के तहत FIR दर्ज की.
पुलिस ने लिया एक्शन
पुलिस ने मुस्लिम पंचायत से बोर्ड हटाने का निर्देश दिया कि वह तुरंत इस नोटिस को हटा लें. जिसके बाद बोर्ड पर काले रंग का पेंट लगा दिया गया. पुलिस अधीक्षक (नडियाद) वी. आर. बाजपेई ने कहा कि मुस्लिम पंचायत ने अपने बिल्डिंग की दीवार पर यह बोर्ड लगाया था, जिसमें क्षेत्र में गरबा और संगीत बजाने पर प्रतिबंध की बात कही गई थी. स्थानीय बजरंग दल नेताओं को व्हाट्सएप पर इस बोर्ड की तस्वीरें मिलीं, जिसके बाद जाला ने पुलिस से शिकायत की.
बोर्ड का बयान
विवाद बढ़ने पर पुलिस ने कार्रवाई की. इस पर मुस्लिम पंचायत के एक सदस्य ने बताया कि यह बोर्ड समुदाय के स्वामित्व वाली जगह पर लगाया गया था. इसलिए वहां गरबा खेलने की अनुमति नहीं थी. बता दें कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. साथ ही इलाके में किसी तरह का माहौल खराब न हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है.
क्यों फेमस है गरबा डांस?
गरबा डांस गुजरात की सांस्कृतिक धरोहर है. नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से लोकप्रिय है. यह सामूहिक नृत्य देवी दुर्गा की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें लोग एक गोल घेरे में एक साथ नृत्य करते हैं. नवरात्रि के नौ दिनों में गरबा नृत्य का आयोजन होता है, जिसमें महिलाएं और पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होते हैं. नृत्य के केंद्र में एक मिट्टी का दीपक रखा जाता है, जो नारी शक्ति और जीवन के चक्र का प्रतीक है.