सर्दी-खांसी का इलाज कराने के बहाने क्लिनिक में घुसे बदमाश, फिर डॉक्टर को गोलियों से भूना
मध्य प्रदेश के इंदौर में कुछ लोगों ने सर्दी और खांसी का बहाना बनाकर क्लिनिक में इलाज के लिए घुसे और इलाज करवाने के बहाने से डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी. हालांकि इस हमले के बाद डॉक्टर को इलाज के लिए ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है.

मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से 30 वर्षीय डॉक्टर सुनील साहू की हत्या का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात आरोपी डॉक्टर के क्लीनिक में सर्दी-खांसी का इलाज करवाने के बहाने से घुसे और ताबड़तोड़ गोलिया चलां कर डॉक्टर की हत्या कर डाली. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी बहाना बनाकर क्लीनिक में घुसे और डॉक्टर को उसकी फीस भी दी.
इसी क्रम में डीसीपी विनोद कुमार मीना ने बताया कि आरोपियों ने इलाज के लिए दवा ली और बाहर चले गए. उन्होंने कहा कि आरोपियों का का लगाने के लिए हमने कई टीमें गठित की हैं. हालांकि जांच जारी है जल्द ही घटना से जुड़े तथ्यों का खुलासा करेंगे.
बंद थे सीसीटीवी कैमरे
जानकारी के अनुसार रात 11 बजकर 30 बजे हुई ये घटना सीसीटीवी में कैद नहीं हो पाई. उस दौरान भारी बारिश के कारण बिजली गई हुई थी. इस कारण क्लिनिक में लगे सीसीटीवी कैमरे काम नहीं करे और आरोपी उन कैमरों में रिकॉर्ड नहीं हुए. वहीं हत्या की सूचना मिलते ही डॉक्टर को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.पूछताछ के दौरान पुलिस ने क्लिनिक के ही एक कंपाउंडर से पूछताछ की. जिसमें उसने बताया कि कुछ लोग डॉक्टर के केबिन में घुसे और उसी दौरान गोली चलने की आवाज सुनाई दी. गोली चलाकर क्लिनिक से भागते हुए भी कंपाउंडर ने उन्हें देखा था.
इलाज के लिए आए और करने लगे पैसों की मांग
पुलिस पूछताछ में कंपाउंडर ने जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी पहले इलाज के बहाने से घुसे और कुछ ही समय के बाद हथियार दिखाकर डॉक्टर से नकदी और कीमती सामान की मांग करने लगे. हालांकि इस दौरान डॉ. साहू ने उन्हें धमकी दी और अपना पर्स और ATM कार्ड भी सौंप दिया था. कंपाउंडर ने बताया कि हमलावरों में एक आरोपी को डॉ. ने पहचान लिया था और उससे बात करने की कोशिश भी की. वहीं आरोपी नहीं माने और गोली चलाकर भाग गए.
पुलिस ने तिवार नाम के एक व्यक्ति का फोन नंबर ट्रैक किया. उसी के नंबर के डॉक्टर को शाम को कई बार कॉल की गई थी. हालांकि पुलिस ने उस व्यक्ति से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि दो लोगों ने उसके फोन से डॉक्टर को कॉल किया था. चूंकि डॉ. साहू ने कथित तौर पर राऊ और महू से कुछ मरीजों को अपने क्लिनिक में भेजा था, इसलिए अधिकारी अब इन स्थानों पर निजी क्लीनिकों से किसी भी तरह के संबंधों की जांच कर रहे हैं