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10769 माओवादी गिरफ्तार, 235 ढेर और 555 जवान शहीद... झारखंड में 25 साल में माओवाद की टूटी कमर

झारखंड पुलिस ने बताया कि 2001 से सितंबर 2024 तक 10,769 माओवादी गिरफ्तार किए गए, 235 मारे गए और 324 ने आत्मसमर्पण किया है. राज्य में माओवादी प्रभाव 22 जिलों से घटकर अब सिर्फ 4 जिलों में रह गया है. इस दौरान बड़ी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और IEDs जब्त किए गए, जबकि 555 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए. साइबर अपराध पर भी कड़ा एक्शन लेते हुए 2016 से अब तक 7,172 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.

10769 माओवादी गिरफ्तार, 235 ढेर और 555 जवान शहीद... झारखंड में 25 साल में माओवाद की टूटी कमर
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( Image Source:  Sora_ AI )

Jharkhand Maoist Crackdown, Anti-Maoist Operations: झारखंड पुलिस ने राज्य में माओवाद के खिलाफ पिछले 25 वर्षों में हुई कार्रवाई का विस्तृत आंकड़ा जारी किया है. पुलिस के अनुसार वर्ष 2001 से सितंबर 2024 तक 10,769 माओवादी और उनके समर्थक गिरफ्तार किए गए, 235 मारे गए, जबकि 324 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. इस दौरान सुरक्षा बलों ने बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी जब्त किए हैं.

आईजीपी (ऑपरेशंस) और झारखंड पुलिस के प्रवक्ता माइकल राज एस ने बताया कि 2000 के दशक की शुरुआत में झारखंड गंभीर रूप से माओवादी हिंसा से प्रभावित था. 2016 तक राज्य के 24 में से 22 जिले माओवादी गतिविधियों की चपेट में थे. लगातार संयुक्त ऑपरेशन, बेहतर इंटेलिजेंस नेटवर्क और सुरक्षा ढांचे के विस्तार के चलते माओवादी प्रभाव में भारी गिरावट आई है. वर्तमान में केवल चार जिले प्रभावित हैं, जिनमें से चाईबासा सबसे ज्यादा संवेदनशील है. बाकी तीन जिले माओवादी गुटों के छोटे-छोटे समूहों के प्रभाव में हैं.

माओवादियों के खिलाफ अभियान के दौरान 555 सुरक्षा कर्मी शहीद

पुलिस ने बताया कि बीते 25 वर्षों में माओवादियों के खिलाफ अभियान के दौरान 555 सुरक्षा कर्मी शहीद हुए हैं. इनमें 408 राज्य पुलिस और 147 केंद्रीय बलों के जवान शामिल हैं.

हालिया एक्शन (जनवरी–सितंबर 2024)

साल 2024 में अब तक 266 माओवादी गिरफ्तार किए गए, 32 मारे गए और 30 ने आत्मसमर्पण किया. गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों में CPI (माओवादी) और उसके टूटे गुटों के दो रीजनल कमेटी मेंबर, एक जोनल कमांडर, दो सब-जोनल कमांडर और नौ एरिया कमांडर शामिल हैं. सुरक्षा बलों ने इस अवधि में 157 हथियार जब्त किए (58 पुलिस से लूटे गए), 11,950 कारतूस, 18,884 डेटोनेटर, 394.5 किलोग्राम विस्फोटक और 228 IEDs बरामद किए. वहीं, 37 माओवादी बंकर ध्वस्त किए गए.

हथियार और विस्फोटक बरामदगी (2001–2024)

पिछले 25 वर्षों में पुलिस ने 1,471 हथियार बरामद किए, जिनमें से 710 पुलिस से लूटे गए हथियार थे.

साइबर क्राइम पर सख्त एक्शन

माइकल राज एस के अनुसार 2016 से साइबर अपराधियों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की गई है. सितंबर 2024 तक 10,480 केस दर्ज करते हुए 7,172 अपराधियों को गिरफ्तार किया. उनके पास से 10,997 मोबाइल फोन, 16432 सिम कार्ड, 3977 ATM कार्ड, 1807 पासबुक, 563 चेकबुक, 194 लैपटॉप और ₹2.80 करोड़ नकद बरामद किए गए.

पुलिस ढांचे का विस्तार

झारखंड में वर्तमान में 584 पुलिस स्टेशन और 91 पुलिस आउटपोस्ट हैं. राज्य की पुलिस फोर्स भी मजबूत हुई है. 2001 में जहां पुलिसकर्मियों की संख्या 29,295 थी, वहीं 2025 में यह बढ़कर 79,035 हो गई.

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