खुले में पेशाब करने से मना करने पर मारी गोली, कैलिफोर्निया में हरियाणा के युवक की हत्या; डंकी रूट से गया था अमेरिका
Jind News: कैलिफोर्निया में हरियाणा के रहने वाले एक 26 साल के युवक की गोलीमारकर हत्या कर दी गई. वह डंकी रूट से वहां नौकरी के लिए गया था. कपिल ने सड़क पर पेशाब करने से रोकने पर विवाद खड़ा हो गया. घटना की जानकारी अमेरिकी में रहने वाले कपिल के रिश्तेदार को दी गई.

Jind News: विदेश में भारतीयों पर की हत्या और उनके साथ अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अब कैलिफोर्निया में हरियाणा के रहने वाले एक 26 साल के युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई है. मृतक की पहचान जिंद जिले स्थित बाराह कलां गांव निवासी कपिल के रूप में हुई है.
कपिल कैलिफोर्निया में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था. वह 45 लाख रुपये देकर डंकी रूट से अमेरिका गया था. ड्यूटी के दौरान ही उसने एक व्यक्ति को सार्वजनिक स्थान पर पेशाब करने से मना किया. इसी बात पर उसे गोली मार दी गई.
कपिल की गोली मारकर
कपिल ने सड़क पर पेशाब करने से रोकने पर विवाद खड़ा हो गया. घटना की जानकारी अमेरिकी में रहने वाले कपिल के रिश्तेदार को दी गई. कपिल एक किसान परिवार से आता है और उसकी दो बहनें है. घर के आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए ही वह अमेरिका कमाने गया था. लेकिन किसे पता था कि कपिल की हत्या कर दी जाएगी. वह लगभग ढाई साल पहले 45 लाख खर्च करके 2022 में'डंकी रूट' के जरिए अमेरिका गया था. उसे जंगलों और सीमा पार करने जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था.
परिजन का बयान
मृतक के परिजन का रो-रोककर बुरा हाल है. डंकी रूट के दौरान उसे गिरफ्तार भी किया गया था लेकिन बाद में कानूनी प्रक्रिया के बाद रिहा किया गया. कपिल के गांव के सरपंच सुरेश कुमार गौतम ने बताया कि पूरा गांव इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ा है. परिवार जल्द ही डिप्टी कमिश्नर से मिलने और सरकार से कपिल की लाश भारत वापस मंगवाने में मदद की आशा कर रहा है.
क्या है डंकी रूट?
डंकी रूट को जिसे पंजाबी में डंकी भी कहा जाता है. यह किसी देश में घुसने का अवैध रास्ता होता है. इसका उपयोग भारत के कई युवा अमेरिका जैसे विकसित देशों तक पहुंचने के लिए करते हैं. इस मार्ग में शामिल लोग पारंपरिक वीजा प्रक्रिया को छोड़कर कई देशों के पार घुमावदार रास्तों से गुजरते हैं. अमेरिकी सरकार लगातार अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. कितने भारतीय और अन्य देशों के लोगों को उनके देश वापस भेजा है. ज्यादातर लोग ट्रैवल एजेंट की मदद से डंकी रूट का रास्ता चुनते हैं और लाखों रुपये खर्च करते हैं.