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मैं 5 मिनट में मरने वाला हूं... पंचकूला में कार पार्किंग को लेकर हुई थी बहस, शख्स ने बताई दिल दहला देने वाली घटना

वहीं इस मामले में चश्मदीद गवाह मिला है जिसका नाम पुनीत राना है, पुनीत ने अपने बयान में कहा, 'मृतक प्रवीण की गाड़ी हमारी गाड़ी की बैकसाइड खड़ी थी, जिसमें कार की खिड़कियों में टावल लगे थे. पहले पुनीत ने उन्हें वहां से गाड़ी हटाने को कहा क्योंकि वहां उनकी गाड़ी खड़ी होती है.

मैं 5 मिनट में मरने वाला हूं... पंचकूला में कार पार्किंग को लेकर हुई थी बहस, शख्स ने बताई दिल दहला देने वाली घटना
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 27 May 2025 5:01 PM IST

पंचकूला की शांत फिजाओं को सोमवार रात एक दर्दनाक और रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना ने हिला कर रख दिया. एक ही परिवार के सात सदस्यों ने ज़हर खाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली. ये आत्मघाती कदम क्यों उठाया गया, इसकी वजहें तो जांच का विषय हैं, लेकिन शुरुआती जानकारी दिल को झकझोर देने वाली है.

रात करीब 11 बजे पुलिस कंट्रोल रूम डायल 112 पर कॉल आई, पंचकूला के सेक्टर-26 के मकान नंबर 1204 के बाहर खड़ी एक कार में कुछ लोग अचेत हालत में हैं. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसके होश उड़ गए. कार के अंदर छह लोगों के शव पड़े थे, सभी ज़हर खाकर मौत को गले लगा चुके थे. कार के पास ही एक और सदस्य बेसुध हालत में ज़मीन पर तड़पता मिला, जिसे फौरन सेक्टर-6 के नागरिक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह भी जिंदगी की जंग हार गया.

देहरादून से मृतक परिवार

मृतकों में प्रमुख रूप से प्रवीन मित्तल, उनके पिता देशराज मित्तल, प्रवीन की पत्नी, तीन बच्चे और एक अन्य परिजन शामिल हैं. यह पूरा परिवार मूल रूप से देहरादून के कौलागढ़ का रहने वाला था. पड़ोसियों के अनुसार, प्रवीन मित्तल का परिवार तीन साल पहले कौलागढ़ से नींबूवाला शिफ्ट हुआ था और वहीं से अपना टूर एंड ट्रैवल बिजनेस शुरू किया था, लेकिन दुर्भाग्यवश वह कारोबार बुरी तरह फेल हो गया.

चश्मदीद ने बताई कहानी

वहीं इस मामले में चश्मदीद गवाह मिला है जिसका नाम पुनीत राना है, पुनीत ने अपने बयान में कहा, 'मृतक प्रवीण की गाड़ी हमारी गाड़ी की बैकसाइड खड़ी थी, जिसमें कार की खिड़कियों में टावल लगे थे. पहले पुनीत ने उन्हें वहां से गाड़ी हटाने को कहा क्योंकि वहां उनकी गाड़ी खड़ी होती है, पुनीत ने कहा - आप यहां से गाड़ी हटाकर मार्किट में लगा लो. जिसके बाद कार में आगे बैठे देशराज ने कहा कि वह यहाँ बाबा जी मिलने के लिए आएं है और होटल न मिलने पर यहाँ रुके हुए है, फिर भी चश्मदीद ने उन्हें वहां से हटने को कहा. हालांकि बाद में पुनीत को शक हुआ और वह गाड़ी के पास दोबारा पहुंचा जब उसने टार्च जलाकर कार के अंदर झांका तो सब एक दूसरे पर उलटी कर के पड़े हुए. इसके बाद आगे बैठे व्यक्ति कार से बाहर निकले पुनीत ने उन्हें बैठाया. जिसके बाद उन्होंने पुनीत ने को बताया कि हमारे पर कर्जा है मेरे पूरे परिवार ने जहर खा लिया है और मैं भी 5 मिनट में मरने वाला हूँ. इसके बाद वह जमीन पर नीचे गिर गए.'

करोड़ों का कर्ज, टूटी हिम्मत, बुझ गया पूरा घर

पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रवीन मित्तल पर भारी कर्ज हो गया था. कारोबार में भारी घाटा हुआ, आमदनी बंद हो गई और हालत इतनी बदतर हो गई कि परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया. आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव इस हद तक बढ़ गया कि पूरे परिवार ने मौत को गले लगाने का फैसला कर लिया. एनजीओ भी चलाते थे, पर मदद किसी ने नहीं की राजकुमारी नौटियाल, जो कि परिवार की पूर्व पड़ोसी हैं, ने बताया कि मित्तल परिवार एक एनजीओ भी चलाता था. लोगों की मदद करने वाला यह परिवार आज खुद किसी की मदद के बिना इस हद तक टूट गया कि अपनी ही जिंदगी खत्म कर ली.

पुलिस जुटी जांच में, पूरे इलाके में पसरा मातम

मामले की सूचना मिलते ही डीसीपी हिमाद्रि कौशिक समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम के साथ जांच शुरू की गई. अब पुलिस हर उस कड़ी को खंगाल रही है जो इस सामूहिक आत्महत्या के पीछे की असल वजह उजागर कर सके. इस भयावह त्रासदी ने पूरे पंचकूला को स्तब्ध कर दिया है. वहीं हरियाणा के पंचकूला में घटी इस घटना को लेकर जाँच कर रहे डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने कहा, 'कल रात करीब 10 बजे हमें सूचना मिली कि एक परिवार के सात सदस्यों ने कार में आत्महत्या कर ली है. फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है और हम जांच कर रहे हैं... सुसाइड नोट में कर्ज का जिक्र है... पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है.'

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