चार ISI एजेंट्स से संपर्क, पाक उच्चायोग में राज़दार मुलाकात; एक-एक कर खुल रही ज्योति मल्होत्रा की साजिश की परतें
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर ISI से जुड़े चार एजेंट्स से संपर्क का आरोप है. जांच में 12 टेराबाइट डेटा मिला है जो देशद्रोह व जासूसी के सबूत पेश करता है. उसकी पाकिस्तान और चीन में आलीशान जिंदगी व संदिग्ध फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन भी जांच के दायरे में हैं. ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसकी गिरफ्तारी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर देशद्रोह का शिकंजा कसता जा रहा है. जांच में सामने आया है कि वह पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े चार एजेंट्स से संपर्क में थी और इस बात की जानकारी होने के बावजूद उसने उनसे बातचीत जारी रखी. सूत्रों के मुताबिक, उसने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में दानिश नामक एजेंट से मुलाकात भी की थी.
हरियाणा पुलिस द्वारा जब्त किए गए उसके फोन और लैपटॉप से करीब 12 टेराबाइट डाटा रिकवर हुआ है, जिसमें कई सबूत मौजूद हैं. भले ही ज्योति ने काफी डाटा डिलीट कर दिया था, लेकिन पुलिस उसे फिर से हासिल करने में सफल रही. यही डाटा अब कई और गंभीर आरोपों की नींव बन सकता है.
पाकिस्तान में VIP ट्रीटमेंट
गिरफ्तारी से पहले ज्योति पाकिस्तान और चीन की यात्राओं के दौरान अपनी आलीशान जीवनशैली और हाई-प्रोफाइल आयोजनों में मौजूदगी के चलते जांच एजेंसियों के रडार पर आई थी. एक स्कॉटिश यूट्यूबर Callum Mill ने अनारकली बाजार, लाहौर में ज्योति मल्होत्रा का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह AK-47 जैसे हथियारों से लैस छह सुरक्षा गार्ड्स के साथ देखी गई. इन सुरक्षाकर्मियों की जैकेटों पर लिखा था – “No Fear”, और सभी लोग आम यूनिफॉर्म में नहीं, बल्कि सिविल ड्रेस में थे, जिससे संकेत मिलता है कि ये ISI से जुड़े सुरक्षा गार्ड हो सकते हैं. यह सवाल अब बड़ा बन गया है कि एक भारतीय यूट्यूबर को पाकिस्तान में इतनी VIP सुरक्षा किसके आदेश पर और क्यों दी गई? क्या वह ISI की किसी बड़ी योजना का मोहरा थी?
पैसों का लेन-देन और आलीशान ज़िंदगी
ज्योति की पाकिस्तान और चीन यात्राओं के दौरान खर्च की गई भारी-भरकम रकम भी जांच एजेंसियों की नजर में आ गई है. सूत्रों का कहना है कि उसकी कमाई के मुकाबले खर्च असामान्य रूप से ज़्यादा था, जिससे शक गहराया कि कहीं उसे ISI से आर्थिक मदद तो नहीं मिल रही थी? Haryana पुलिस अब केंद्रीय एजेंसियों की मदद से ज्योति के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन, विदेशी फंडिंग और बैंक खातों की बारीकी से जांच कर रही है.
किन धाराओं में केस दर्ज?
ज्योति पर 'आधिकारिक गुप्त अधिनियम (Official Secrets Act)', और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की उस धारा में केस दर्ज किया गया है, जो देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्यों को दंडित करती है. यह कोई साधारण मामला नहीं है, ये देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी जासूसी नेटवर्क से जुड़े गंभीर आरोप हैं.
संदिग्ध टाइमिंग: ऑपरेशन सिंदूर के बाद गिरफ्तारी
गौर करने वाली बात यह है कि ज्योति की गिरफ्तारी 15 मई को हुई, ठीक उसके एक हफ्ते बाद जब भारत ने POK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी, जिसे 'ऑपरेशन सिंदूर' कहा गया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ज्योति किसी रणनीतिक जासूसी मिशन का हिस्सा थी? क्या ऑपरेशन सिंदूर से पहले ISI को कुछ अंदरूनी सूचनाएं मिली थीं?