हरियाणा में हुआ चमत्कार! खुदाई में लाल कपड़े में बंधा मिला ‘श्रीराम’ लिखा तैरने वाला पत्थर, इन भगवानों को भी मिली मूर्ति
हरियाणा के सौंडा गांव में शनिवार को उस वक्त माहौल आस्था और उत्सुकता से भर गया, जब एक प्लॉट की खुदाई के दौरान तैरने वाला पत्थर और कई धातु की मूर्तियां मिलीं. खास बात यह रही कि पत्थर पर ‘श्रीराम’ लिखा हुआ था और मूर्तियां लाल कपड़े में बंधी मिलीं.
हरियाणा के सौंडा गांव में शनिवार को एक ऐसा चमत्कार सामने आया जिसने पूरे इलाके को श्रद्धा और आश्चर्य से भर दिया. गांव में एक प्लॉट की खुदाई के दौरान लाल कपड़े में बंधा एक पत्थर मिला, जिस पर ‘श्रीराम’ लिखा हुआ था और हैरानी की बात यह कि वह पत्थर पानी में तैरने लगा.
इसके साथ ही खाटू श्याम, हनुमान और लड्डू गोपाल की धातु की मूर्तियां भी जमीन के अंदर से मिलीं. इस खबर के फैलते ही गांव में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और देखते ही देखते वहां भजन-कीर्तन शुरू हो गया.
खुदाई के दौरान हुआ अद्भुत खुलासा
लक्ष्मी नगर की रहने वाली राजरानी ने बताया कि उनका सौंडा गांव में एक प्लॉट है, जहां वह अपना घर बनवाने की तैयारी कर रही थीं. निर्माण कार्य शुरू करने के लिए उन्होंने जेसीबी से खुदाई करवानी शुरू की थी. लेकिन काम के बीच अचानक उन्हें एक फोन कॉल आया जिसने उन्हें हैरान कर दिया. कॉल करने वाले ने बताया कि उनके प्लॉट की मिट्टी के अंदर से कुछ अद्भुत वस्तुएं निकली हैं. राजरानी तुरंत वहां पहुंचीं तो देखा कि खुदाई के दौरान मिट्टी से एक पत्थर निकला है, जिस पर ‘श्रीराम’ लिखा हुआ है और वह पानी में तैर रहा है. इसके अलावा खाटू श्याम, हनुमान और लड्डू गोपाल की धातु की सुंदर मूर्तियां भी मिलीं. इन मूर्तियों को लाल कपड़े में बड़े ही सलीके से बांधा गया था. यह नज़ारा देखकर राजरानी समेत मौके पर मौजूद सभी लोग अचंभित रह गए और पूरे क्षेत्र में इस खोज की चर्चा फैल गई.
लोगों की उमड़ी भीड़, मंदिर बनाने की उठी मांग
राजरानी ने बताया कि जैसे ही गांव में इस बात की खबर फैली, लोग बड़ी संख्या में वहां पहुंचने लगे. आसपास के लोगों ने मौके पर भजन-कीर्तन शुरू कर दिया और जगह को पवित्र घोषित करने की मांग उठाई. कुछ लोगों ने कहा कि यहां घर नहीं, बल्कि मंदिर बनाया जाना चाहिए. खास बात यह भी रही कि जिस दिन यह घटना हुई, उसी दिन एकादशी थी और खाटू श्याम जी का जन्मदिन भी. लोगों ने इसे किसी चमत्कार से कम नहीं माना.
अभी नहीं हुई आधिकारिक पुष्टि
हालांकि, फिलहाल इस दावे की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक जांच नहीं की गई है कि ये मूर्तियां और पत्थर कितने पुराने हैं या कहां से आए. बावजूद इसके, गांव में आस्था का माहौल बन गया है. सौंडा गांव की यह घटना लोगों के लिए किसी रहस्य और आस्था का संगम बन गई है. जहां एक ओर कुछ लोग इसे भगवान का संकेत मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है. लेकिन फिलहाल, गांव में “जय श्रीराम” और “खाटू श्याम की जय” के जयकारों से वातावरण गूंज रहा है.





