महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार का बड़ा कदम, 5 लाख बहनों को मिली ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ की पहली किस्त
हरियाणा में इस बार हरियाणा दिवस महिलाओं के लिए दोहरी खुशी लेकर आया. राज्य सरकार ने अपने सबसे महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ के तहत पहली किस्त जारी कर दी है. सरकार के इस कदम से लाखों परिवारों की जिंदगी में नई उम्मीद की किरण जगी है. इस योजना के तहत राज्य की 5 लाख से अधिक पात्र महिलाओं को 2100 रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी गई है.
हरियाणा सरकार ने महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सराहनीय पहल की है. हरियाणा दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ की पहली किस्त जारी कर महिलाओं के चेहरे पर खुशियां बिखेर दीं. इस योजना के तहत राज्य की 5 लाख से ज्यादा पात्र महिलाओं के बैंक खातों में 2100 रुपये सीधे जमा की गई है.
यह कदम न सिर्फ आर्थिक मदद का प्रतीक है, बल्कि सरकार की उस सोच को भी दिखाता है, जो हरियाणा की बेटियों और बहनों को आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन देने के लिए लगातार काम कर रही है.
5 लाख से ज्यादा बहनों के खाते में पहुंची रकम
हरियाणा सरकार ने 5 लाख 22 हजार 162 पात्र महिलाओं के खातों में सीधे 2,100 रुपये की पहली किस्त भेजी है. मुख्यमंत्री ने इसे महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का वास्तविक त्योहार बताते हुए कहा कि अब हर लाडो अपने सपने पूरे करने की दिशा में कदम बढ़ा सकेगी. 31 अक्टूबर तक करीब 6 लाख 57 हजार से ज्यादा महिलाओं ने योजना के मोबाइल एप पर पंजीकरण कराया. इनमें से ज्यादातर का आवेदन जांच के बाद स्वीकृत किया गया है.
कौन ले सकता है योजना का लाभ
यह योजना 23 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं ले सकती हैं, जिनके परिवार की सालाना आय एक लाख रुपये या उससे कम है. इसका मकसद उन परिवारों की बेटियों और बहनों को आर्थिक सहारा देना है, जो अब तक पीछे रही हैं. सरकार चाहती है कि आर्थिक मदद के साथ महिलाएं आत्मनिर्भरता की राह पकड़ें.
आर्थिक सम्मान की दिशा में बड़ा कदम
मुख्यमंत्री ने हरियाणा दिवस के मौके पर कहा कि यह योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि सामाजिक सम्मान का प्रतीक है. सरकार चाहती है कि हर लाडो आत्मविश्वास से जीवन जी सके और अपने छोटे व्यवसाय, शिक्षा या घर की जिम्मेदारियों में मजबूती पा सके.
महिलाओं की जिंदगी में उम्मीद की नई सुबह
गांवों से लेकर शहरों तक, इस योजना ने महिलाओं में नया उत्साह भर दिया है. कई महिलाओं ने कहा कि यह राशि भले छोटी लगती है, लेकिन इससे उनके आत्मसम्मान और भविष्य के सपनों को नई ऊर्जा मिली है. हरियाणा सरकार का यह कदम महिला सशक्तिकरण के सफर में एक मील का पत्थर बन चुका है.





